बस्तर लोकसभा क्षेत्र में कल, यानी 19 अप्रैल को, मतदान होने जा रहा है। इस बड़े दिन के लिए निर्वाचन आयोग ने अपनी सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। खासतौर पर बस्तर के मतदान स्थलों पर नज़र रखने के लिए दिल्ली और रायपुर से भी विशेष व्यवस्था की गई है।
वेब कास्टिंग के जरिए नजर रखेगा निर्वाचन आयोग
इस बार के मतदान में 811 मतदान केंद्रों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे राज्य और केंद्रीय निर्वाचन आयोग के अधिकारी लाइव मॉनिटरिंग कर सकेंगे। यह तकनीक इस बात की गारंटी देती है कि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
सुरक्षा के लिहाज से 80 हजार सुरक्षा जवानों की तैनाती की गई है, जिनमें 35 हजार जवान केंद्रीय बलों के हैं। यह व्यवस्था न केवल मतदान केंद्रों पर सुरक्षा प्रदान करेगी, बल्कि मतदान प्रक्रिया को भी सुचारु रूप से संचालित करेगी।
इसके अतिरिक्त, बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 1961 मतदान केंद्रों में से 159 केंद्र ऐसे हैं जहां नेटवर्क की समस्या है। इन केंद्रों में संचार के लिए वॉकी-टॉकी की व्यवस्था की गई है, जबकि अंदरूनी क्षेत्रों में रनर की मदद से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाएगा।
इस बार 156 संवेदनशील मतदान केंद्रों की पहचान की गई है। इन केंद्रों पर विशेष सुरक्षा उपाय किए गए हैं, जिनमें हेलिकॉप्टर और चॉपर की तैनाती भी शामिल है। यह नक्सली हमलों और अन्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए किया गया है। कुल 9 हेलिकॉप्टर संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं।
इस प्रकार, बस्तर लोकसभा क्षेत्र में मतदान की प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस बार का मतदान न केवल चुनावी प्रक्रिया का एक हिस्सा है, बल्कि यह तकनीकी और सुरक्षा उपायों का भी परीक्षण है।