वाशिंगटन (उपासना): हमास और इस्राइल बीते छह महीने से जंग लड़ रहे हैं। इस्राइल द्वारा हमास को खत्म करने का संकल्प गाजा पट्टी के लोगों पर भारी पड़ रहा है। अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हमास पर सीजफायर समझौते को स्वीकार करने का दबाव डाला है। उन्होंने यह बातें अपनी मध्य पूर्व यात्रा के दौरान कहीं, जहां उन्होंने इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष को समाप्त करने की कोशिश की।
एंटनी ब्लिंकन की यह यात्रा उनकी सातवीं मध्य पूर्व यात्रा थी और इस दौरान उन्होंने हमास को स्पष्ट संदेश दिया कि अमेरिका सीजफायर को लेकर कितना गंभीर है। उन्होंने कहा कि सीजफायर समझौता जल्द से जल्द होना चाहिए ताकि सभी इजरायली बंधक सुरक्षित घर वापस लौट सकें।
इजरायली राष्ट्रपति हेर्जोग से मुलाकात के दौरान, ब्लिंकन ने इस समझौते को स्वीकारने की अपील की और कहा कि यह समय बहुत महत्वपूर्ण है। उनके मुताबिक, हमास द्वारा सीजफायर समझौते को न मानना शांति प्रक्रिया में बड़ी बाधा है।
इस दबाव के चलते, विश्व भर के नेता इस समझौते की अहमियत को समझते हुए, और अधिक समर्थन देने के लिए आगे आए हैं। अमेरिका और अन्य अंतर्राष्ट्रीय शक्तियां इस बात को लेकर एकमत हैं कि सीजफायर ही इस विवाद का समाधान हो सकता है।