रुद्रप्रयाग (राघव): उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से भक्तों का सैलाब उमड़ा हुआ है। भोलेनाथ के भक्त लगातार केदारनाथ का रुख करते नजर आ रहे हैं। बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ हर रोज केदारनाथ पहुंच रही है, मगर इसी बीच एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। मंदिर के ठीक सामने वाले पहाड़ पर अचानक से हिमस्खलन हो गया। इसे देखने के बाद मंदिर के आसपास खड़े लोगों में भी हाहाकार मच गया।
हालांकि मंदिर के पीछे बने गांधी सरोवर के कारण हिमस्खलन वहीं रुक गया और आगे नहीं बढ़ सका। इससे मंदिर परिसर में मौजूद हजारों लोगों की जान बच गई। वहीं केदारनाथ मंदिर को भी कोई नुकसान नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार, इस हादसे में कोई जान-माल की हानि नहीं हुई है और मंदिर भी पूरी तरह से सुरक्षित है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि जब केदारनाथ पर आपदा के बादल मंडराए हों। इससे पहले भी केदारनाथ में प्राकृतिक आपदाएं आ चुकी हैं। साल 2013 की त्रासदी इसका सटीक उदाहरण है। केदारनाथ मंदिर से कई किलोमीटर की ऊंचाई पर बसी चोराबाड़ी झील पर बादल फटने की वजह से मंदाकिनी नदी उफान पर आ गई थी। इस आपदा में कई लोगों की जान चली गई और हजारों की संख्या में लोग घायल हुए थे।