पटना (नेहा): राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के पीरमुहानी के पास रविवार देर रात एक भीषण अग्निकांड ने दहशत मचा दी। विश्वकर्मा टिम्बर में लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया, जिसकी चपेट में आसपास के 10 घर आ गए। इस घटना में लगभग 1 करोड़ रुपये मूल्य की लकड़ी जलकर राख हो गई। घटना की सूचना रात करीब 1:30 बजे फायर कंट्रोल रूम को मिली, जिसके बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश शुरू की। आग की लपटों और धुएं के बीच 40 लोग घरों में फंस गए थे। फायर ब्रिगेड की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। अग्निशमन कर्मियों की सूझबूझ और तत्परता के कारण कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन संपत्ति का भारी नुकसान हुआ। स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास के घरों को खाली करने का समय भी नहीं मिला।
फायर ब्रिगेड की टीमें पूरी रात आग बुझाने में जुटी रहीं। करीब 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका, लेकिन सुबह तक भी घटनास्थल से धुआं उठता रहा। विश्वकर्मा टिम्बर में रखी लकड़ी और अन्य ज्वलनशील सामग्री ने आग को और भड़काने का काम किया। आसपास के घरों में रखा सामान, फर्नीचर और अन्य जरूरी चीजें भी जलकर खाक हो गईं। अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने इस अग्निकांड को गंभीर बताते हुए इसके कारणों की जांच के लिए एक कमेटी गठन की अनुशंसा की है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है, लेकिन सटीक कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच जरूरी है। वहीं गांधी मैदान थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। विश्वकर्मा टिम्बर के मालिक और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि आग लगने के सही कारणों का पता लगाया जा सके।