कैनबरा (राघव): भारत में जहां लोग सर्दी से ठिठुर रहे हैं, वहीं ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण-पूर्व क्षेत्र तेज लू के कारण पसीना-पसीना हो गया है। इस वजह से जंगलों में आग लगने का खतरा बढ़ गया और अधिकारियों को विक्टोरिया राज्य के अधिक हिस्सों में आग पर प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा है। ऑस्ट्रेलिया आग के मौसम की चपेट में है, पिछले हफ्ते अग्निशामक एक बड़ी आग से जूझ रहे थे। आग विक्टोरिया के ग्रैम्पियंस नेशनल पार्क में लगी थी, जिसमें घर और खेत जलकर खाक हो गए थे। ऑस्ट्रेलिया आग के मौसम की चपेट में है, पिछले हफ्ते अग्निशामक एक बड़ी आग से जूझ रहे थे। जो विक्टोरिया के ग्रैम्पियंस नेशनल पार्क में लगी थी, जिसमें घर और खेत जलकर खाक हो गए थे।
मौसम विज्ञान ब्यूरो की अधिकारी मिरियम ब्रैडबरी ने इसको लेकर बयान दिया है की रविवार को विक्टोरिया में तापमान चरम पर होगा। ब्रैडबरी ने ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्प को बताया, आग के खतरों का मतलब यह है कि हम और अधिक जिलों में आग में बढ़ोतरी देख रहे हैं। वहीं मौसम विज्ञानिक ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, न्यू साउथ वेल्स और तस्मानिया राज्यों में भी रविवार को लू की चेतावनी दी गई थी। ब्रैडबरी ने कहा कि रविवार की रात को देश के दक्षिण-पूर्व में हवा में बदलाव के साथ ठंडा बदलाव आने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलिया के पिछले कुछ आग के मौसम 2019-2020 की विनाशकारी जंगल की आग की “ब्लैक समर” की तुलना में शांत रहे हैं, जिसने तुर्की के आकार के क्षेत्र को नष्ट कर दिया, जिसमें 33 लोग और अरबों जानवर मारे गए।