बकेवर (नेहा):यूपी के फतेहपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक भोर पहर थाने के अंदर खड़ी थानेदार की गाड़ी ही लेकर भाग गया। दो घंटे तक वाहन सड़क पर दौड़ाता रहा। डीजल समाप्त होने के बाद पुलिस वाहन और आरोपित को पकड़ सकी। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी रही। हुआ यूं कि रविवार की भोर पहर तीन बजे करीब थानेदार पुलिस बल के साथ गश्त करके लौटी थीं। थानेदार सहित गश्त से लौटी पुलिस फोर्स आराम करने बैरक में चली गई। चालक ने गाड़ी थाना परिसर में खड़ी की और चाबी गाड़ी में लगी छूट गई। विवाद के मामले में थाने में पहले से बैठा कन्हैया भास्कर ने गाड़ी स्टार्ट की और ले भागा। गार्ड ने शोर मचाया तो पुलिस बैरक से बाहर आई।
पुलिस ने गाड़ी का पीछा बाइक से किया। दो घंटे बाद गाड़ी का डीजल समाप्त हो गया, तब देवमई टिकरा मार्ग में गाड़ी खड़ी हो गई। पुलिस ने गाड़ी बरामद कर आरोपित को पकड़ लिया। हालांकि, पुलिस इस घटना से इनकार कर रही है। थाना प्रभारी कांति सिंह ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। बताया कि कस्बे में रहने वाले दूध डेरी के सुपरवाइजर रामकृष्ण दुबे को कन्हैया भास्कर शनिवार की देर शाम अपशब्द कह रहा था। इसलिए उसे थाने में बैठाया गया था। आरोपी ललितपुर जिले का निवासी कन्हैया मानसिक बीमार है। वहां पर गुमशदगी दर्ज की है। पुलिस को सूचना दे दी गई है। यहां पहले दूध डेरी के प्लांट में कर्मचारी रह चुका है। पहले भी आ चुका है। उसके स्वजन वापस ले गए थे।