नागपुर (राघव): उमरेड स्थित एमपीएम कंपनी में घटित घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार उन परिवारों के साथ पूरी दृढ़ता से खड़ी है जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायल श्रमिकों के उपचार में कोई कमी नहीं होगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उमरेड घटना में घायल श्रमिकों के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो मरीजों को एयर एम्बुलेंस के जरिए ऐरोली के बर्न अस्पताल में स्थानांतरित किया जाएगा।
उन्होंने नागपुर के ओरियस इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में इलाज करा रहे श्रमिकों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और डॉक्टरों से जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, अस्पताल के क्रिटिकल केयर प्रमुख डॉ. जैसा राजपूत, त्वचा शल्य चिकित्सक डॉ. एस. जहागीरदार, पुलिस अधीक्षक हर्ष पोतदार, पूर्व विधायक सुधीर पारवे आदि उपस्थित थे। मरीजों के उपचार के बारे में जानकारी लेते समय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ध्यान आया कि नागपुर में स्किन बैंक की तत्काल आवश्यकता है, और उन्होंने तुरंत जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर से संपर्क किया और नागपुर में एक आधुनिक स्किन बैंक स्थापित करने का निर्देश दिया। नागपुर में पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में गंभीर रूप से बीमार मरीज आते हैं, जिन्हें त्वचा प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों से और अधिक जानकारी प्राप्त करने के बाद शासन स्तर पर कार्रवाई शीघ्र पूरी की जाएगी।
बता दें कि शुक्रवार को नागपुर जिले के उमरेड एमआईडीसी में एल्युमिनियम फॉयल बनाने वाली कंपनी में आग लग गई। एल्युमीनियम उत्पाद निर्माण कारखाने में विस्फोट के कारण गंभीर रूप से घायल हुए दो श्रमिकों की मौत के बाद मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 5 हो गई थी। इस घटना के बाद राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने घटना का जायजा लिया। चंद्रशेखर बावनकुले ने मृतकों के परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी।