चंडीगढ़ (नेहा): दिल्ली में नवगठित भारतीय जनता पार्टी की सरकार के दौरान मंत्रियों के दफ्तरों से डॉ. भीम राव आंबेडकर और बलिदानी भगत सिंह का फोटो हटाने का मामला गर्म हो गया है। पंजाब में मंगलवार को विधानसभा में आम आदमी पार्टी की सरकार ने इस संबंध में एक निंदा प्रस्ताव पेश किया। यह सर्वसम्मति से पास हो गया। इस दौरान भाजपा के दोनों ही विधायक सदन से गैरहाजिर थे। कांग्रेस ने भले ही सरकार द्वारा लाए गए प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन इसके बावजूद आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को करारे झटके भी दिया। सरकार ने विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा स्वर्गीय प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने की मांग को स्वीकार नहीं किया। शून्य काल के दौरान वित्तमंत्री हरपाल चीमा ने दिल्ली में मंत्रियों के दफ्तरों में डॉ. भीम राव आंबेडकर और बलिदानी भगत सिंह का फोटो को हटाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस संबंध में सदन में निंदा प्रस्ताव लाने की बात कही। इस पर कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने समर्थन करते हुए कहा कि हाउस को डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न दिलवाने के लिए भी सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करना चाहिए।
वहीं, आदमपुर से कांग्रेस के विधायक सुखविंदर कोटली ने कहा कि सरकार प्रस्ताव तो ला रही है, लेकिन आम आदमी पार्टी ने पंजाब में दलित को डिप्टी मुख्यमंत्री बनाने का वादा पूरा नहीं किया। आप को यह भी देखना चाहिए कि वह डॉ. आंबेडकर की कौम के साथ क्या कर रही है? सदन की कार्यवाही के अंतिम क्षणों में कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने निंदा प्रस्ताव पेश किया। इस पर बाजवा ने डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने के लिए प्रस्ताव भी लाने की मांग उठाई। स्पीकर ने हरपाल चीमा को बोलने का मौका दिया। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह संविधान को खत्म करना चाहती है। चीमा ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री ने डॉ. आंबेडकर का राज्य सभा में अपमान किया था, जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद एडवोकेट जनरल के दफ्तर में आरक्षण पालिसी को लागू किया गया। वहीं, आम आदमी पार्टी में शामिल हुए शिरोमणि अकाली दल के विधायक डॉ. सुखविंदर कुमार सुक्खी ने डॉ. आंबेडकर को लेकर कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने डॉ. आंबेडकर को हराने के लिए उनके सचिव को चुनाव लड़वाया दिया था और उन्हें शिकस्त दिलवाई थी। बाद में देश को मूर्ख बनाने के लिए जवाहर लाल नेहरू की सरकार में उन्हें कानून मंत्री बनाया गया था। प्रस्ताव का बहुजन समाज पार्टी के विधायक डॉ. नछत्तर ने भी समर्थन किया।
कोटली ने सदन के बाहर जाकर कहा कि पंजाब विधान सभा में ही दलित नेता का अपमान किया गया। उन्होंने कहा, पिछली बार मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मुझसे कहा था कि इसे जूता सुंघाओ। आज मुझे प्रस्ताव पर बोलने का मौका तक नहीं दिया गया। आप दलितों का अपमान कर रही है। विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा डा. मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने के प्रस्ताव के संबंध में कैबिनेट मंत्री व पंजाब आप के प्रधान अमन अरोड़ा ने पंजाबी कहावत का जिक्र करते हुए कहा ‘ज्यूंदे को डांग, मुर्दे को बांग (जिंदा को लाठी, मुर्दे को बांग)।’ उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री थे तो राहुल गांधी ने उनके कैबिनेट के फैसले को सार्वजनिक रूप से फाड़ दिया था। बाजवा तब सांसद थे, लेकिन उन्होंने कभी इसका विरोध नहीं किया। बाजवा अगर राहुल गांधी से माफी मंगवा दें तो हाउस डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न देने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास करेगा।
प्रताप सिंह बाजवा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमन अरोड़ा द्वारा राहुल गांधी से माफी मंगवाने के मुद्दे पर कहा कि फिर केजरीवाल से कहां-कहां माफी मंगवाएंगे। श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में इंसाफ दिलवाने, 4-6 माह में ड्रग्स को खत्म करने, महिलाओं को 1000 रुपये न देने, माइनिंग से 20,000 का राजस्व आदि-आदि। अरोड़ा बताएं की वह केजरीवाल से कहां-कहां पर माफी मंगवाएंगे। वहीं, बाजवा ने डॉ. मनमोहन को भारत रत्न देने के मामले में कहा कि स्पीकर इस बात को मान गए थे। इतने में मुख्यमंत्री भगवंत मान सदन में आ गए, जिसके बाद स्पीकर ने एक चिट मुख्यमंत्री को भेजी। मुख्यमंत्री ने इस पर इन्कार कर दिया। इसके बाद अरोड़ा ने बे-सिर पैर की बात की।