बेंगलुरू: आंध्र क्रिकेट संघ (एसीए) ने हनुमा विहारी को एक महीने पहले कप्तानी से अचानक हटाए जाने का आरोप लगाने और राज्य के लिए फिर कभी नहीं खेलने की प्रतिज्ञा करने के बाद, शो-कॉज नोटिस दिया है।
हालांकि, विहारी अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दे पाए हैं, जो कुछ दिन पहले एसीए एपेक्स काउंसिल की बैठक के बाद दिया गया था।
एसीए की प्रतिक्रिया
“हां, हमने उन्हें शो-कॉज नोटिस दिया है और हम उनके जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं,” एक एसीए अधिकारी ने पीटीआई से गुमनामी की शर्त पर बताया।
इस पूरे प्रकरण में विहारी के आरोप और एसीए की प्रतिक्रिया ने क्रिकेट जगत में व्यापक चर्चा और विवाद को जन्म दिया है। विहारी, जिन्होंने भारत के लिए अपनी क्षमता और प्रतिभा के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया है, के इस आरोप ने कई प्रशंसकों और समर्थकों को चिंतित किया है।
विहारी की प्रतिबद्धता और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे ने न केवल राज्य संघ के प्रबंधन पर प्रश्न उठाए हैं, बल्कि यह भी संकेत दिया है कि खिलाड़ियों और प्रशासन के बीच संवाद की कमी कितनी गंभीर हो सकती है।
इस स्थिति का समाधान खोजने के लिए एसीए के सामने एक महत्वपूर्ण चुनौती है। विहारी के आरोपों की गहराई से जांच करने और उचित संवाद के माध्यम से मतभेदों को हल करने की आवश्यकता है।
एसीए और विहारी के बीच इस मुद्दे का हल निकालना क्रिकेट की बेहतरी के लिए अत्यंत जरूरी है। खिलाड़ियों की प्रतिभा और क्षमता का सही मायने में उपयोग करने और खेल की आंतरिक गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए यह संवाद और समझौता महत्वपूर्ण है।
इस विवाद का समाधान न केवल विहारी और एसीए के लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे खेल के प्रति खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता और संघों के प्रशासनिक दृष्टिकोण में सुधार हो सकता है।