नई दिल्ली (राघव): हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत के बाद मध्य पूर्व एशिया क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ चुका है। ईरान ने इजरायल पर हमला करने की धमकी दी है। वहीं, इजरायली सेना लगातार गाजा पट्टी में सैन्य कार्रवाई कर रही है। लेबनान में मौजूद हिजबुल्लाह भी इजरायल पर हमला कर रहा है। इस्माइल हनिया की मौत पर रूस, तुर्किए जैसे देशों ने चिंता जाहिर की है। हालांकि, इजरायल ने आधिकारिक तौर पर इस बात को कबूल नहीं किया है कि उसकी सेना ने हमास चीफ को मौत के घाट उतारा है।
इसी बीच सूत्रों से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, हमास चीफ इस्माइल हानिया की मौत एक विस्फोट की वजह से हुई थी। विस्फोटक डिवाइस को दो महीने पहले तेहरान के उस गेस्ट हाउस में छिपाकर रखा गया था, जहां हानिया ठहरने वाला था। रिपोर्ट में दावा किया गया कि जब हानिया अपने वीवीआईपी भवन पहुंचा तो रिमोट कील मदद से ब्लास्ट कर दिया गया। रिपोर्ट में ईरानी सेना इस्लामिक रिवोल्यूशनी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के दो सदस्यों सहित कई अधिकारियों के हवाले से जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में आगे ये भी जानकारी दी गई कि तस्करी के जरिए गेस्ट हाउस में बम लाया गया था। दावा किया गया कि कातिल ने हानिया के शेड्यूल को फॉलो किया और उसके ठिकानों का पता लगाया। रिपोर्ट के मुताबिक, हानिया तेहरान में नेशहत नामक आईआरजीसी के कंपाउंड में ठहरा हुआ था। इस कंपाउंड में सीक्रेट मीटिंग्स का आयोजन किया जाता था। वहीं, हानिया जैसे हाई प्रोफाइल गेस्ट को ठहराया जाता था। रिपोर्ट में हादसे के समय की जानकारी भी दी गई है। धमाका स्थानीय समयानुसार तड़के दो बजे हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, बम धमाके के बाद हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी खलील अल-हाया मौके पर पहुंचे। उसने घटना की जानकारी ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई को दी। बताते चलें कि हानिया राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए ईरान पहुंचा था।