नई दिल्ली (हरमीत) : अबू धाबी के क्राउन प्रिंस ने शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ लंबी चर्चा की, बातचीत दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर केंद्रित रही।
संयुक्त अरब अमीरात और भारत ने सोमवार को चार विशेष समझौतों पर हस्ताक्षर किये। ये समझौते भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई उड़ान देंगे, इन समझौतों में कच्चे तेल के भंडारण, दीर्घकालिक एलएनजी आपूर्ति, परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच साझेदारी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ लंबी बातचीत की, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
यूएई ने 2022 में भारत के साथ CEPA पर हस्ताक्षर किए, जिसका लक्ष्य दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन डॉलर तक बढ़ाना है। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस अल नाहयान ने व्यापक रणनीतिक साझेदारी को सफल बनाने के उद्देश्य से भारत और यूएई के बीच बहुपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
प्रमुख समझौते:
1. अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बीच डील
2. एडीएनओसी और भारत स्ट्रैटजिक पेट्रोलियम रिजर्व लिमिटेड के बीच डीईएस
3. बराका परमाणु संयंत्र को लेकर एमिरेट्स न्यूक्लियर के साथ समझौता
4. फूड पार्क के विकास के लिए गुजरात सरकार और अबू धाबी स्थित पीजेएससी कंपनी के बीच समझौता।