भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान (AIIMS), दिल्ली ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके चलते, संस्थान ने दलालों और अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा मरीजों से रिश्वत मांगे जाने की घटनाओं को रोकने के लिए एक विशेष व्हाट्सएप नंबर जारी किया है।
एक नई दिशा में कदम
AIIMS दिल्ली के प्रशासन ने इस नंबर के माध्यम से मरीजों और उनके परिजनों को एक मंच प्रदान किया है, जहाँ वे अपनी शिकायतें और सबूत साझा कर सकते हैं। यह पहल उन्हें धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से बचाने में मदद करेगी।
AIIMS के निदेशक, एम श्रीनिवास, ने इस विषय पर मरीजों और उनके परिजनों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की है। उन्होंने पाया कि कई मरीजों को दवा की सप्लाई और बाहरी जांच में मदद करने के नाम पर धोखा दिया जा रहा है। इसी कारण, एक व्हाट्सएप नंबर के साथ, AIIMS प्रशासन ने इस समस्या से निपटने के लिए एक सख्त कदम उठाया है।
भ्रष्टाचार से मुकाबला
इस नंबर के जरिए, मरीज और उनके परिजन रिश्वत मांगने, लूट-खसोट या किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतें भेज सकते हैं। शिकायत करते समय, मरीजों को रिकॉर्डेड ऑडियो या वीडियो सबूत के रूप में भेजना होगा।
AIIMS दिल्ली की यह पहल न केवल मरीजों को एक सुरक्षित और भरोसेमंद इलाज का माहौल प्रदान करेगी, बल्कि यह भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी भेजेगी। AIIMS प्रशासन इस नंबर के माध्यम से प्राप्त होने वाली हर शिकायत पर तत्काल कार्रवाई का आश्वासन देता है।
इस नई पहल के साथ, AIIMS दिल्ली ने चिकित्सा क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत कदम उठाया है। यह पहल न केवल देशभर से आने वाले मरीजों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करेगी, बल्कि भ्रष्टाचार को रोकने में भी मदद करेगी। AIIMS दिल्ली की यह पहल अन्य अस्पतालों के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो समाज में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के खिलाफ सक्रिय रूप से लड़ने के लिए प्रेरित करती है।