तिरूचिराप्पल्ली (जसप्रीत): तमिल नाडु के त्रिची से शारजाह के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में तकनीकी खराबी के कारण एक गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई। इस घटना में 141 यात्री सवार थे, और पायलट की सूझबूझ ने सभी की जान बचाई। यह घटना शुक्रवार शाम की है, जब विमान ने त्रिची हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। विमान ने शाम 5:32 बजे उड़ान भरी, लेकिन कुछ ही समय बाद, पायलट को लैंडिंग गियर के हाइड्रोलिक सिस्टम में समस्या का पता चला। इस समस्या की पहचान उड़ान के लगभग 2 घंटे 45 मिनट बाद हुई। पायलट ने तुरंत एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और आपात लैंडिंग की अनुमति मांगी।
आपात लैंडिंग की तैयारी के लिए, विमान ने लगभग ढाई घंटे तक हवा में चक्कर लगाया। इस दौरान, पायलट ने ईंधन कम किया ताकि सुरक्षित लैंडिंग की जा सके। हाइड्रोलिक समस्या के कारण लैंडिंग गियर को ठीक से काम करने में कठिनाई हो रही थी, जिससे आपात लैंडिंग की आवश्यकता बढ़ गई। त्रिची हवाई अड्डे पर सभी आवश्यक तैयारियाँ की गई थीं। सभी विमानों की आवाजाही रोक दी गई थी ताकि इमरजेंसी लैंडिंग को सुगमता से किया जा सके। हवाई अड्डे पर दमकल की 18 गाड़ियों और 20 एंबुलेंस को तैनात किया गया था। इन तैयारियों ने सुनिश्चित किया कि जैसे ही विमान लैंड करेगा, सभी आवश्यक सेवाएँ तुरंत उपलब्ध होंगी।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पायलट और चालक दल के सदस्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत और सूझबूझ के कारण विमान को सुरक्षित रूप से लैंड कराया गया। मंत्रालय ने इस घटना के संदर्भ में कहा, “शाम 6:05 बजे पूर्ण आपात स्थिति की घोषणा की गई थी, जिसके बाद सभी टीमों ने प्रभावी तरीके से काम किया।” मंत्रालय ने नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को निर्देश दिया है कि वह इस मामले की गहन जांच करें। जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि हाइड्रोलिक प्रणाली में खराबी कैसे हुई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। DGCA की टीम इस मामले की तह तक जाने के लिए सभी तकनीकी पहलुओं की जांच करेगी।