लखनऊ (नेहा): महाकुंभ में आतंकी हमले की साजिश में पकड़े गए खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के सक्रिय सदस्य लजर मसीह के साथियों व मददगारों की तलाश तेज की गई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पंजाब निवासी लजर के विरुद्ध कौशांबी में दर्ज कराए गए मुकदमे की विवेचना अपने हाथ में लेने के बाद उसे पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है। एटीएस ने आतंकी लजर को बुधवार को कौशांबी जेल से लाकर लखनऊ स्थित एटीएस की विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में लखनऊ जेल भेज दिया गया। एटीएस लजर को पुलिस रिमांड पर लेकर उसके मददगारों को चिन्हित करने का प्रयास करेगा। सुरक्षा कारणों से आरोपित लजर को कोर्ट परिसर में पुलिस वैन में कड़ी सुरक्षा में रखा गया और वीडियो कॉल के माध्यम से कोर्ट में पेशी कराई गई। लजर ने सरकारी वकील उपलब्ध कराए जाने की मांग की। कोर्ट ने उसकी ओर से पैरवी के लिए सरकारी खर्च पर बतौर न्यायमित्र एडवोकेट रमाशंकर त्रिवेदी को नियुक्त किया है।
एटीएस व पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने लजर को कौशांबी से गिरफ्तार किया था। लजर के कब्जे से तीन हैंडग्रेनेड, दो जेलिटन राड, दो डेटोनेटर, 7.62 एमएम की रूसी पिस्टल, 13 कारतूस, एक मोबाइल फोन बिन सिम कार्ड व फर्जी पते पर बना आधारकार्ड बरामद हुआ था। शुरुआती पूछताछ में लजर ने स्वीकार किया था कि वह महाकुंभ में आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद पुर्तगाल भागने की फिराक में था। वह गाजियाबाद से फर्जी आधारकार्ड के माध्यम से पासपोर्ट बनवाने का प्रयास भी कर रहा था। इसके लिए उसने दिल्ली के दलालों से पंद्रह लाख रुपये में डील की थी। एटीएस अब लजर के अन्य साथियों को लेकर आगे की छानबीन कर रहा है। उसके संपर्क में रहे संदिग्धों को लेकर भी छानबीन तेज की गई है।