मेरठ (नेहा): सुभारती मेडिकल कॉलेज की छात्रा से अश्लीलता पर कार्रवाई में देरी और इमरान हत्याकांड में दो निर्दोष लोगों को 25 दिनों तक बिना बताए हिरासत में रखने पर इंस्पेक्टर जानी पर गाज गिर गई। एसएसपी ने इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया। दोनों ही प्रकरण में सीओ से मामले की रिपोर्ट मांगी गई है। आठ फरवरी को जानी थाना क्षेत्र के पांचली खुर्द में इमरान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उसका भाई सलमान और खड़ौली निवासी जावेद भी गोली लगने से घायल हो गए थे। हत्याकांड को अंजाम देने वाले पांचली खुर्द के रिंकू को जानी पुलिस पकड़ नहीं पाई। हत्या से दो दिन पहले ही रिंकू जानलेवा हमले के मामले में जमानत पर छूटकर आया था। रिंकू को पकड़ने के बजाय जानी इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने 25 दिनों से रिंकू से जुड़े दो निर्दोष लोगों को हिरासत में थाने में रखा हुआ था।
वहीं सुभारती मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की छात्रा के साथ सीनियर छात्र देव उत्कर्ष सागर ने अश्लीलता कर दी थी। एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था। कप्तान के हस्तक्षेप के बाद ही आरोपित के पिता को थाने बुलाया गया। आरोपित छात्र के न पकड़ जाने के बावजूद पुलिस ने उसके पिता राजकुमार सागर पर कोई कार्रवाई नहीं की। यहां तक चर्चा सामने आई कि कॉलेज और आरोपित छात्र के पिता से पुलिस सेटिंग कर मोटी रकम की वसूली कर चुकी है। इस मामले की भी विस्तार से जांच कराई जा रही है। फिलहाल एसएसपी ने इंस्पेक्टर पंकज सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। आरोपित छात्र के जेल जाने के बाद भी छात्रा पढ़ाई शुरू नहीं कर सकी है। वह इतनी घबराई हुई है कि दिल्ली से कॉलेज आने पर डर रही है। दरअसल, आरोपित छात्र का पिता कॉलेज में ही ट्रांसपोर्ट का काम देखता है। वह छात्रा को धमकी भी दे चुका है। ऐसे में छात्रा दहशत में है, हालांकि कॉलेज के ट्रस्टी अतुल कृष्ण भटनागर का कहना है कि छात्रा को कॉलेज में पूरी तरह से सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।