मोतिहारी (राघव): बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही जनता दल यूनाइटेड (JDU) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर मुस्लिम समाज में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। अब इस मुद्दे पर जदयू के नेता भी पार्टी से किनारा कर रहे हैं। ताजा मामला मोतिहारी जिले से सामने आया है जहां जदयू के जिला सचिव कलाम खान ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
मोतिहारी में अब तक कुल 17 जदयू पदाधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं। कुछ दिन पहले ही डॉ कासिम अंसारी ने स्वास्थ्य प्रकोष्ठ से इस्तीफा दिया था। उसके बाद गौहर आलम के नेतृत्व में 15 और लोगों ने एक साथ पार्टी छोड़ दी थी अब कलाम खान के इस्तीफे ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है। कलाम खान जदयू के पुराने और सक्रिय नेताओं में माने जाते हैं, जिनकी पकड़ स्थानीय स्तर पर काफी मजबूत थी।
लगातार हो रहे इस्तीफों से घबराई जदयू ने पटना में एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में बिहार प्रदेश के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों को बुलाया गया है। पार्टी की कोशिश है कि किसी तरह डैमेज कंट्रोल किया जाए और मुस्लिम समाज की नाराजगी को कम किया जाए। इस्तीफा देने के बाद कलाम खान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “हमने नीतीश जी को सेक्युलर नेता समझकर साथ दिया था, लेकिन वक्फ बिल पर उनका रुख बहुत निराशाजनक है। यह मुस्लिम समाज के अधिकारों पर हमला है।” कलाम खान ने यह भी कहा कि वे अब वक्फ कानून के खिलाफ धरना-प्रदर्शन और रणनीतिक लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं।