हरियाणा (हरमीत) : देश में टोल प्लाजा पर टोल फीस वसूलने के तरीके में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, इसके लिए टोल प्लाजा पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन कैमरे यानी एएनपीआर कैमरे लगाए जाएंगे। इनकी मदद से फास्टैग की जगह वाहन नंबर प्लेट से टोल टैक्स काटा जाएगा। हरियाणा के हिसार और रोहतक जिले के एक-एक टोल पर नया सिस्टम लगाने का काम भी शुरू हो गया है। करीब दो महीने बाद इन दोनों टोल नाकों पर वाहनों की नंबर प्लेट से टोल टैक्स काटा जाएगा। इसका एक फायदा यह होगा कि अगर गाड़ी पर फर्जी नंबर प्लेट होगी तो वह भी पकड़ में आ जाएगी।
इन दोनों टोल प्लाजा पर सफल ट्रायल के बाद इसे पहले हरियाणा और फिर देश के अन्य राज्यों में लागू किया जाएगा।टोल कंपनियों का मानना है कि इससे टोल नाकों पर धोखाधड़ी रुकेगी। नई व्यवस्था लागू होने के बाद वाहन का नंबर प्लेट भी फास्टैग से जुड़े बैंक खाते से लिंक हो जाएगा, जिससे वाहन के टोल पर पहुंचते ही कैमरा नंबर प्लेट को पहचान लेगा और टोल टैक्स काट लेगा।
हिसार और रोहतक टोल के रामायण टोल प्लाजा पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान आधारित स्कैनिंग कैमरे और नए कंप्यूटर सिस्टम लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे नंबर प्लेट को पहचानते हैं और उन्हें डिजिटाइज़ करते हैं। कैमरों की खास बात यह है कि ये कैमरे बेहद शक्तिशाली होंगे और प्लेट को तुरंत स्कैन कर लेंगे।
जैसे ही वाहन टोल के पास पहुंचेगा, लाल बत्ती जल जाएगी। जब तक संचालक हरी झंडी नहीं देगा तब तक वाहन वहीं खड़ा रहेगा। इसके साथ ही स्क्रीन पर टोल चुकाने के लिए रोके गए वाहन का नंबर और मॉडल भी लिखा होगा।अगर वाहन चालक का फास्टैग काम नहीं कर रहा है तो नंबर प्लेट स्कैन करते ही बैंक के सर्वर से टोल कंपनी को मैसेज चला जाएगा। इससे यह भी पता चल सकेगा कि यह फास्टैग असली है या नहीं।