पटना (राघव): बिहार के पश्चिमी चंपारण के सिकटा में रविवार को पूर्व मंत्री खुर्शीद आलम एक कार्यक्रम में चप्पल की माला लेकर पहुंच गए। उन्होंने सामने मौजूद जनता से कहा कि लोग उनके कामों का मूल्यांकन करें और विकास नहीं हुआ है तो इसी से सम्मानित करके वापस भेज दें। यह कार्यक्रम एक स्कूल में आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा मैं पांच साल विधायक और मंत्री रहा। इस दौरान उन्होंने मंच से 10 साल की उपलब्धियां गिनाईं। इसके साथ ही क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों का विवरण दिया।
इससे क्षेत्र की जनता ने खुश होकर उनको एक क्विंटल सात किलो सिक्कों से तौलकर सम्मानित किया। आलम ने अपने क्षेत्र में 64 छोटे-बड़े मंदिरों का निर्माण करवाया है। खुर्शीद आलम अपने कामों और बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। वे कभी जय श्री राम का नारा लगाकर तो कभी निजी कोष से मंदिर निर्माण कराते रहते हैं। इन कार उनकी चर्चा पूरे क्षेत्र में होती है। वहीं क्षेत्र की जनता के बीच उनकी विशेष पहचान बनी हुई है। पूर्व मंत्री ने जनता द्वारा सम्मानित किए जाने से पहले कहा कि किसी भी नेता का सम्मान करने से पहले उसके कामों की जांच जरूर करें। उन्होंने कहा कि सम्मान उसी को दीजिए, जिसने क्षेत्र में विकास के काम किए हो। जो लोगों से झूठे वादे और दिखावे नहीं करता हो।