लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को उत्तर प्रदेश से लोकसभा चुनावों के लिए 13 उम्मीदवारों की घोषणा की। इस सूची में रामायण टीवी सीरियल से प्रसिद्ध अरुण गोविल का नाम भी शामिल है, जिन्होंने भगवान राम का किरदार निभाया था, उन्हें मेरठ से मैदान में उतारा गया है। पार्टी ने पीलीभीत से वर्तमान सांसद वरुण गांधी की जगह उत्तर प्रदेश के PWD मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है।
वरुण गांधी का बढ़ता विरोध
हाल ही में, वरुण गांधी ने रोजगार और स्वास्थ्य सहित कई मुद्दों पर भाजपा के खिलाफ मुखर होकर अपनी आवाज उठाई थी। हालांकि, उनकी माँ मेनका गांधी को उम्मीदवारों की सूची में जगह दी गई है, और उन्हें सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतारा गया है।
नए और पुराने चेहरे
भाजपा ने गाजियाबाद से अतुल गर्ग को मैदान में उतारा है और साथ ही साथ वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह को टिकट नहीं दिया है। सूची की घोषणा से थोड़ी देर पहले, सिंह ने X पर एक पोस्ट में कहा कि वे चल रहे लोकसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे।
भाजपा के नए दांव
इस बार भाजपा ने अपने चुनावी पिटारे से कई नए चहरे निकाले हैं। अरुण गोविल जैसे प्रसिद्ध चेहरे को मेरठ से उतारना, उनकी इसी रणनीति का हिस्सा है। उम्मीद है कि टेलीविजन पर भगवान राम का किरदार निभा चुके गोविल, जनता के बीच अपनी विशेष पहचान और आस्था के चलते वोट बैंक को प्रभावित करेंगे।
बदलाव की बयार
भाजपा का यह कदम न सिर्फ नई रणनीति को दर्शाता है बल्कि यह भी संकेत देता है कि पार्टी विविधता और नवीनता को महत्व दे रही है। जितिन प्रसाद को पीलीभीत से उम्मीदवार बनाकर पार्टी ने युवा और नए चेहरों पर भरोसा जताया है, जिससे चुनावी मुकाबला और भी रोमांचक बन गया है।
पारिवारिक समर्थन और राजनीतिक समीकरण
मेनका गांधी को सुल्तानपुर से उम्मीदवार बनाया जाना इस बात का प्रमाण है कि भाजपा अनुभवी और परिवार के सदस्यों के राजनीतिक वजन को महत्व दे रही है। इसके अलावा, वी.के. सिंह जैसे वरिष्ठ नेता की अनुपस्थिति नई रणनीतिक सोच को दर्शाती है, जिसमें पुराने और नए के बीच संतुलन बनाना शामिल है।