भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणा पत्र को “मोदी की गारंटी” के नाम से पेश किया है। इस कार्यक्रम की मेजबानी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में हुई, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने विभिन्न वर्गों और क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को मंच पर बुलाया और उन्हें संकल्प पत्र की पहली प्रति सौंपी। ये वो लोग थे जिन्होंने मोदी सरकार की पिछली योजनाओं से लाभ उठाया था।
मोदी की गारंटी: प्रतिबद्धता और प्रगति
पिछले दस वर्षों में किए गए वादों और उन्हें पूरा करने की प्रक्रिया को दर्शाते हुए एक विशेष वीडियो भी जारी किया गया। इस घोषणा पत्र में प्रमुखता से विकास और समृद्धि के वादे शामिल हैं, जिसमें महिलाओं, युवाओं, गरीबों और किसानों के हित में विशेष योजनाएँ बताई गई हैं।
जनवरी में शुरू की गई एक विशेष पहल के तहत, प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से चुनावी मेनिफेस्टो के लिए सुझाव मांगे थे। इस पहल पर अब तक 15 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हो चुके हैं। नमो ऐप के माध्यम से चार लाख और विभिन्न वीडियो के जरिए 11 लाख लोगों ने अपनी राय दी है।
संकल्प पत्र की रूपरेखा में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ “विकसित भारत 2047” पर विशेष जोर दिया गया है। इसके साथ ही, पार्टी ने ऐसे वादों को शामिल किया है जिन्हें व्यवहारिक रूप से पूरा किया जा सकता है।
भाजपा की इस घोषणा पत्र को लेकर न्यूज एजेंसी ANI ने भी विशेष रिपोर्ट प्रस्तुत की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पार्टी के दृष्टिकोण में समग्र विकास और जन कल्याण की गारंटी का संकल्प स्पष्ट रूप से झलकता है।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि मुफ्त राशन योजना 2029 तक जारी रहेगी, जो भारतीय जनमानस के लिए एक बड़ी राहत होगी। इस घोषणा पत्र के माध्यम से भाजपा ने अपने संकल्प को और अधिक दृढ़ता से प्रस्तुत किया है, जिसे ‘मोदी की गारंटी’ का नाम दिया गया है।