जालौन (नेहा): शहर के मोहल्ला राजेंद्र नगर निवासी गया प्रसाद का पुत्र जितेंद्र सिंह की फरवरी 2023 पुलिस में भर्ती हुई थी। साथ ही आगरा में पहली पहली तैनाती थी और वह चार भाइयों में तीसरे नंबर का था, घर में सब कुछ ठीक चल रहा था। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि जितेंद्र आत्महत्या कर सकता है, लिहाजा जितेंद्र की मौत में हत्या का एंगल भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। उसके मोबाइल फोन से सीडीआर से मौत का रहस्य खुल सकता है। पुलिस सबसे पहले यह पता लगा रही है कि लापता होने से पहले आखिरी बार उसकी मुलाकात किससे हुई थी। मोहल्ला राजेंद्र नगर निवासी जितेंद्र सिंह की फरवरी 2023 में पुलिस विभाग में भर्ती हुई थी। वह आगरा कमिश्नरेट में तैनात थे और छुट्टी कर घर आने के बाद दोस्तों से मिलने की बात कहकर घर से निकल थे। जितेंद्र के नीलम, सुनील व सौरभ तीन भाई और हैं, जो अन्य काम करके परिवार के भरण पोषण में सहयोग करते थे।
शनिवार की शाम को पिता गया प्रसाद को कालपी पुलिस ने सूचना दी कि उनके बेटे का शव नदी किनारे मिला है। जिसके बाद पिता ने मौके पर पहुंच शव की शिनाख्त की और कपड़ों में मिले पर्स, आईडी कार्ड व मोबाइल से जितेंद्र का शव होने की पुष्टि हो गई थी। जितेंद्र के मौत की सूचना के बाद घर के बाहर उनके रिश्तेदार व अन्य स्वजन पहुंच गए थे। देर रात तक शव पोस्टमार्टम हाउस में पहुंच गया था। पिता गया प्रसाद पुत्र की मौत के बाद काफी दुखी हैं और वह अभी भी हत्या करने की बात कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। सीओ एके सिंह ने कहा कि अभी कोई तहरीर नहीं आई है, फिर भी मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल फोन के सीडीआर को भी खंगाला जाएगा।