नई दिल्ली (नेहा): हाल ही में भारत में हवाई यात्रा के क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं। पिछले 24 घंटे में तीन अलग-अलग उड़ानों को बम की धमकी मिलने से यात्रियों के बीच भय और चिंता का माहौल बन गया है। इस सप्ताह एयरलाइनों को 35 से ज्यादा फर्जी कॉल्स का सामना करना पड़ा है, जिसने सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है। दिल्ली से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली विस्तारा की फ्लाइट को एक गंभीर धमकी मिली। इस धमकी के चलते पायलटों ने उड़ान को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ने का निर्णय लिया। एयरलाइन के प्रवक्ता ने बताया कि 18 अक्टूबर, 2024 को सोशल मीडिया पर इस फ्लाइट को लेकर सुरक्षा संबंधी धमकी मिली।
तुरंत सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया गया, और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फ्लाइट को डायवर्ट किया गया। जयपुर से दुबई जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट को भी बम की धमकी मिली। हालांकि, बाद में यह धमकी फर्जी निकली। इस उड़ान को भी कुछ समय के लिए रोकना पड़ा, जिससे यात्रियों के बीच असुविधा पैदा हुई। बेंगलुरु से मुंबई जाने वाली अकासा एयर की फ्लाइट को भी उड़ान से पहले बम की धमकी मिली। हालांकि, इस फ्लाइट की जांच के बाद सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया और इसे उड़ान के लिए मंजूरी दी गई।
दुबई-जयपुर एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट (IX 195) को भी बम की धमकी के कारण उड़ान में देरी का सामना करना पड़ा। निर्धारित समय सुबह 6:10 बजे था, लेकिन यह उड़ान 7:45 बजे दुबई के लिए रवाना हुई। विस्तारा की फ्लाइट जो फ्रैंकफर्ट में डायवर्ट की गई थी, उसने बाद में लंदन के लिए अपनी यात्रा जारी रखी। इन घटनाओं के बाद, सुरक्षा अधिकारियों ने तुरंत आवश्यक कार्रवाई की। मुंबई पुलिस ने एक 17 वर्षीय लड़के को गिरफ्तार किया, जिसने सोमवार को चार उड़ानों को धमकी दी थी। अधिकारियों का कहना है कि यह किशोर अपने एक दोस्त को फंसाने के लिए ऐसा कर रहा था, जिसके साथ उसका पैसे को लेकर विवाद था।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि प्रारंभिक जांच में किसी बड़े साजिश का संकेत नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर धमकियां “नाबालिगों और शरारती लोगों” द्वारा की गई हैं। मंत्री ने कहा, “हम इस मामले में नियमों और कानूनों में बदलाव पर विचार कर रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह की झूठी बम कॉल न हों। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी कॉल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सुझाव दिया है कि ऐसे लोगों को नो-फ्लाई लिस्ट में डालने जैसे उपाय किए जा सकते हैं। एयरलाइनों ने यह भी कहा है कि फर्जी बम धमकियों के कारण उन्हें जो आर्थिक नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई आरोपियों से की जानी चाहिए। मंत्री ने यह भी बताया कि उनका विभाग इस मामले में सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि ऐसे लोग जो शरारतें करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए सख्त सजा का प्रावधान हो।”
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएंगे कि ऐसे लोग जो शरारतें करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए सख्त सजा का प्रावधान हो। इस स्थिति ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को एक बार फिर से हवाई सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए मजबूर कर दिया है। सभी यात्रियों को यह सलाह दी गई है कि वे सुरक्षा प्रक्रियाओं का पालन करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें। सुरक्षा के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इस प्रकार की फर्जी कॉल्स पर कड़ी नजर रखी जाए, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। सुरक्षा अधिकारियों ने सभी एयरलाइनों से कहा है कि वे अपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं को और मजबूत करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। इन घटनाओं ने स्पष्ट किया है कि फर्जी बम धमकियों का गंभीर प्रभाव हो सकता है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को इस मामले में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि हवाई यात्रा में यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके। यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों, जिससे यात्रियों का विश्वास बना रहे।