पटना (राघव): बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार अपना अंतिम बजट विधानसभा में पेश कर दिया है। नीतीश सरकार का यह बजट मुख्य तौर से शिक्षा, महिलाओं के विकास और बिहार में उद्योगों पर केंद्रीत रहा। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण की शुरुआत में पीएम मोदी के मंत्र सबका साथ और सबका विकास के अलावा सीएम नीतीश के संकल्प की प्रशंसा की। बिहार बजट 2025 में सबसे अधिक शिक्षा पर 60 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। स्वास्थ्य में 20 हजार करोड़ रुपये और सड़क मद में 17 हजार करोड़ खर्च होगा। बजट में गृह विभाग को 17831 करोड़, ग्रामीण विकास को 16043 करोड़, ऊर्जा विभाग को 13484 करोड़ और समाज कल्याण विभाग, एससी एसटी, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा को 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का प्रावधान किया गया है।
बजट पेश करते हुए सम्राट चौधरी ने बताया कि बिहार सरकार एमएसपी पर अरहर, मूंग और उड़द की दाल खरीदेगी। इसके अलावा पूरे बिहार में कोल्ड स्टोरेज खोले जाने का ऐलान भी किया गया है। इसके अलावा कृषि उत्पादों की मार्केटिंग के लिए सुधा की तर्ज पर सभी प्रखंडों में सरकारी सुविधा आउटलेट खोले जाएंगे। वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कुल 3 लाख 17 हजार करोड़ का बजट पेश किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि बिहार के 358 प्रखंडों में डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। सभी प्रमंडालों में कैंसर अस्पताल खुलेंगे। 108 नगर चिकित्सा सुविधा केंद्र खुलेंगे। पिछडों को दी जाने वाली छात्रवृत्त्ति दोगुनी की जाएगी। पूर्णिया में अगले तीन महीने में एयरपोर्ट से हवाई जहाज उड़ान भरने लगेगी।