लखनऊ (नेहा): लखनऊ विकास प्राधिकरण की टीम ने घंटाघर के पास हुसैनाबाद क्षेत्र में शनिवार रात एक अवैध कब्जे को हटवाया। इस प्रकरण में एक पूर्व एमएलसी का नाम भी घेरे में आया है। हालांकि, एलडीए के अधिकारी ऐसी कोई जानकारी होने से इन्कार कर रहे हैं। अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा का कहना है कि हम अवैध निर्माण की सूचना पर कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। कुछ लोगों ने विरोध किया, लेकिन हमने कागजात मांगे तो वह कुछ नहीं दिखा पाए। अगर सोमवार को कागजात दिखाएंगे तो फिर कोई निर्णय लिया जाएगा।
एलडीए ने हुसैनाबाद में फूड कोर्ट आदि बनवाया है। वहीं पर करीब पांच हजार स्कवायर फीट जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना थी। इसी को देखते हुए एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा के नेतृत्व में टीम अतिक्रमण हटाने गई थी। टीम पहुंची तो कुछ लोगों ने वहां पर विरोध करना शुरू कर दिया। तौहीद नाम के व्यक्ति ने जमीन को पुश्तैनी बताया। कहा, पहले जमीन खाली थी। बाद में कुछ लोग यहां पर झोपड़ी डालकर रहने लगे थे। उनसे जमीन को खाली कराया गया। इसके बाद चारदीवारी का निर्माण कराकर टिनशेड लगाया गया। यह जमीन हमारी है। उसने एक पूर्व एमएलसी को अपना रिश्तेदार भी बताया। रिजवान ने बताया कि जमीन उनके पूर्वजों की है। हमारे पास 1862 का लेखा और वर्तमान के सारे अभिलेख हैं।