अमृतसर(हरमीत): कैंसर वैसे तो एक जानलेवा बीमारी है लेकिन इससे होने वाली मौतों का एक बड़ा कारण इसके इलाज का खर्च है। कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण. एस। टी। परिषद की 54वीं बैठक के दौरान कैंसर की दवाओं पर जी. एस। टी। दरें कम करने के फैसले से भारत में कैंसर के इलाज की लागत कम हो गई है।
ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन के तहत काम करने वाली पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से जारी बयान के मुताबिक, फिलहाल कैंसर की दवाओं पर टैक्स की दर 12 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है, लेकिन उम्मीद है कि जी.आई. एस। टी। इस जानलेवा बीमारी की दवाओं को लेकर हुई बैठक में डाॅ. एस। टी। दर श्रेणी में होगा।
एसोसिएशन के मुताबिक, यह बदलाव देशभर के लाखों लोगों के लिए राहत का संदेश लेकर आया है, जहां इलाज में अब पैसों की कमी आड़े नहीं आएगी। कैंसर विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में सबसे आम प्रकार के कैंसर स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, मौखिक और फेफड़ों के कैंसर हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 के दौरान देश में कैंसर से 13.92 लाख मौतें हुईं, जबकि साल 2018 में सिर्फ 7.84 लाख मौतें हुईं। इसके पीछे एक अहम वजह पैसों की वजह से इलाज में होने वाली देरी थी।