जयपुर (राघव): राजस्थान के कोटपूतली में 150 फीट गहरे बोरवेल में फंसी तीन साल की चेतना का आज छठवां दिन है। मासूम बच्ची चेतना के परिजन बिलख रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिल पा रहा है कि बच्ची को कब तक निकाल लिया जाएगा। इस बीच चेतना की मां ने रेस्क्यू ऑपरेशन पर सवाल उठाए हैं। चेतना की मां धोली देवी ने कहा, छह दिन हो गए… मेरी बेटी भूखी-प्यासी है। अगर लड़की कलेक्टर मैडम की संतान होती तो क्या होता? क्या उसे इतने लंबे समय तक वहां रहने देंगे? कृपया मेरी बेटी को जल्द से जल्द बाहर निकालें।
इस बीच आज धोली देवी का रोता हुआ एक वीडियो सामने आया जिसमें वह हाथ जोड़कर अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाती देखी जा सकती है। 110 घंटे से अधिक समय से ढोली देवी अपनी तीन साल की बेटी चेतना को 150 फुट गहरे बोरवेल से निकालने के लिए भगवान और बचाव दल से उत्सुकता से प्रार्थना कर रही है, जिसमें वह 23 दिसंबर से फंसी हुई है। जैसे-जैसे घंटे बीतते जा रहे हैं और उसके जीवित रहने की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं, बचावकर्मी चेतना को बाहर निकालने के लिए समय से दौड़ रहे हैं, जो राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में अपने पिता के खेत में खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी। एनडीआरएफ ने नए प्लान के लिए 6 जवानों को तैयार किया है। वे दो-दो के बैच में नीचे जाकर खुदाई करेंगे। वहीं, जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने दावा किया है कि ये राजस्थान का सबसे मुश्किल ऑपरेशन है।