जम्मू (राघव) : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कठुआ जिले के सुफेन इलाके में पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने हीरानगर के शहीद जसवंत सिंह के घर लौंडी और शहीद बलविंदर सिंह चिब को काना चक में पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वीर शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सुफैन के सुदूर वन्य क्षेत्र में हाल ही में हुई मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) संगठन से जुड़े पांच आतंकवादियों को मार गिराया गया था। शहीदों की वीरता और बलिदान को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि जब हम बलविंदर सिंह चिब, जसवंत सिंह और तारिक अहमद को याद करते हैं, जिन्होंने कठुआ में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान अपनी जान गंवाई, तो हमें गर्व और दुख दोनों का अनुभव होता है। उनके परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। कर्तव्य की पंक्ति में उनके बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। मैं दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान माहौल अत्यंत भावुक हो गया जब शहीद जसवंत सिंह के पिता और पत्नी ने नम आंखों से अपने वीर सपूत को अंतिम विदाई दी। शहीद के दो छोटे बेटे अपने पिता की शहादत के दर्द से अनजान, लेकिन उनकी बहादुरी पर गर्वित दिखे। वहीं, शहीद बलविंदर सिंह चिब के बड़े भाई ने छोटे भाई की बहादुरी को याद करते हुए कहा कि बलविंदर का बलिदान देश के लिए था और उनका परिवार इस गर्व को हमेशा संजोए रखेगा। शहीदों के सम्मान में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, स्थानीय लोग और बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। सभी ने नम आंखों से शहीदों को अंतिम विदाई दी और उनके बलिदान को कभी न भूलने का संकल्प लिया।