सेंटिआगो (राघव): गुरुवार को चिली के एंटोफगास्टा क्षेत्र में रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 104 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। गहराई के बावजूद, भूकंप के झटके क्षेत्र में स्पष्ट रूप से महसूस किए गए। हालांकि, अब तक किसी बड़ी हानि या जनहानि की सूचना नहीं मिली है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर बने रहने की अपील की है। अधिकारियों ने स्थिति पर नजर रखते हुए संभावित आफ्टरशॉक्स को लेकर भी चेतावनी जारी की है। विशेषज्ञों के अनुसार, भूकंप के बाद आमतौर पर आफ्टरशॉक का खतरा रहता है, जो कभी-कभी मुख्य भूकंप जितना ही प्रभावी हो सकता है।
चिली भूकंप-प्रवण देशों में से एक है, जहां प्लेट टेक्टॉनिक्स के कारण अक्सर भूकंप आते हैं। इतिहास में यहां कई भीषण भूकंप दर्ज किए गए हैं। 1960 में वल्डिविया में आया 9.5 तीव्रता का भूकंप अब तक का सबसे बड़ा भूकंप माना जाता है। इसी प्रकार, 2010 में कोंसेप्सियन में आए 8.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। विशेषज्ञों का मानना है कि छोटे भूकंप अक्सर बड़े भूकंप से पहले संकेत देते हैं। हालांकि, भूकंप की सटीक भविष्यवाणी करना संभव नहीं है। 2005 का कश्मीर भूकंप इसका एक उदाहरण है। 7.6 तीव्रता के इस भूकंप ने पाकिस्तान और भारत के कश्मीर क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी, जिसमें 80,000 से अधिक लोगों की जान गई थी। चिली सरकार और आपदा प्रबंधन एजेंसियां स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हैं। स्थानीय स्तर पर राहत और बचाव दलों को तैनात कर दिया गया है। नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर बने रहने, अनावश्यक यात्रा न करने, और सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।