इस्लामाबाद (जसप्रीत): पाकिस्तान में आतंकी हमलों में चीनी नागरिकों की मौत को लेकर बीजिंग ने एक बार फिर शहबाज सरकार को कड़ी चेतावनी दी है। इस्लामाबाद में चीनी राजदूत जियांग ज़ैडोंग ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिना सुरक्षित माहौल के पाकिस्तान सरकार कुछ भी हासिल नहीं कर पाएगी। उन्होंने दावा किया कि केवल पिछले छह महीने में दो बार चीनी नागरिकों को निशाना बनाया गया, और यह स्थिति किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चीन ने पाकिस्तान से वादा लिया था कि वह देश में आतंकी हमलों को रोकने और चीनी नागरिकों को सुरक्षा देने के लिए कदम उठाएगा।
इस संबंध में बीजिंग ने पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है, विशेषकर उन समूहों के खिलाफ जो चीन के खिलाफ काम कर रहे हैं। जियांग ज़ैडोंग ने ‘चीन एट 75’ शीर्षक वाले सेमिनार में कहा कि सुरक्षा चूक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजना के लिए सबसे बड़ी बाधा बन गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण के बिना कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता।” याद रहे कि इस साल मार्च में बलूचिस्तान प्रांत के ग्वादर के पास हुए हमले में दो चीनी नागरिकों की हत्या कर दी गई थी, जिसकी जिम्मेदारी अलगाववादी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी।
चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने सम्मेलन में इन हमलों को लेकर बीजिंग द्वारा चिंता जाहिर किये जाने की बात कही थी और चीनी नागरिकों व निवेश की सुरक्षा के लिए कार्रवाई का आग्रह किया। जियांग ने कहा, “चीनी नागरिकों की सुरक्षा राष्ट्रपति शी के लिए सर्वोपरि है।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शी ने कई मौकों पर पाकिस्तानी नेताओं के साथ अपनी बैठकों में इस पर जोर दिया है। पाकिस्तान में 60 अरब अमेरिकी डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तत्वावधान में हजारों चीनी कर्मचारी देश में कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं।