वॉशिंगटन: ईरान द्वारा इज़राइल पर किए गए हवाई हमले की घटना को लेकर अमेरिका, कनाडा और संयुक्त राष्ट्र ने कड़ी निंदा की है। इस घटनाक्रम में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इज़राइल के प्रति अमेरिका की “अटूट प्रतिबद्धता” को दोहराया है और रविवार को जी-7 नेताओं की बैठक बुलाने का वादा किया है ताकि इस धृष्ट हमले का समन्वित जवाब तैयार किया जा सके।
इज़राइल का कहना है कि उसने और उसके मित्र देशों ने ईरान द्वारा दागे गए 200 से अधिक ड्रोन और मिसाइलों में से अधिकांश को रोक लिया है।
जी-7 का आगामी सम्मेलन
राष्ट्रपति बाइडन के अनुसार, “हमने इज़राइल की मदद की है ताकि वे लगभग सभी मिसाइलों को नीचे गिरा सकें।” यह बयान अमेरिका की इस संकट की घड़ी में इज़राइल के प्रति समर्थन को प्रदर्शित करता है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि जी-7 की बैठक में एक सशक्त और समन्वित रणनीति विकसित की जाएगी, जिससे ऐसे हमलों का जवाब देने में मजबूती आएगी।
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ईरान के अवैध क्रियाकलापों के खिलाफ एकजुट होकर एक मजबूत प्रतिक्रिया विकसित करना है। यह न केवल इज़राइल की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि इससे पूरे मध्य-पूर्व क्षेत्र में स्थिरता बढ़ेगी।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की इस कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि वैश्विक समर्थन ईरान की आक्रामकता के खिलाफ मजबूत है और इसे अकेले इज़राइल का संघर्ष नहीं माना जा रहा है। इस प्रक्रिया में, जी-7 देशों का यह कदम एक महत्वपूर्ण संदेश देने का कार्य करेगा।