दिल्ली में मंगलवार को कांग्रेस की अहम बैठकों का दौर चला। सुबह और शाम, कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) और इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में वरिष्ठ नेतृत्व ने भाग लिया। इस दौरान, 2024 लोकसभा चुनाव की रणनीति और मेनिफेस्टो की समीक्षा की गई।
चुनावी घोषणापत्र पर मंथन
सुबह की बैठक में विशेष ध्यान चुनावी मेनिफेस्टो पर केंद्रित था। तीन घंटे से अधिक समय तक चली चर्चा में मेनिफेस्टो कमेटी द्वारा तैयार किए गए ड्राफ्ट पर मुहर लगाई गई। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आह्वान किया कि हर मुद्दे को देश के कोने-कोने तक पहुँचाने की जरूरत है।
न्याय और वादे की पांच सूत्री
मेनिफेस्टो में पांच प्रमुख न्याय – युवा, नारी, किसान, श्रमिक, और हिस्सेदारी न्याय शामिल किए गए हैं। प्रत्येक न्याय के अंतर्गत कांग्रेस ने 25 विशेष गारंटी देने का वादा किया है। खड़गे ने बताया कि यह घोषणापत्र देश में बदलाव की नई लहर लाएगा।
पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में प्रत्याशियों का ऐलान
शाम की बैठक में CPP चेयरपर्सन सोनिया गांधी की उपस्थिति में, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, अंडमान निकोबार, और पुडुचेरी के प्रत्याशियों के नामों को अंतिम रूप दिया गया। इस कदम को चुनावी तैयारियों की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यह दोनों बैठकें कांग्रेस की चुनावी रणनीति को नई दिशा देने वाली साबित होंगी। मेनिफेस्टो के वादे और प्रत्याशियों की घोषणा के साथ, पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह आगामी चुनाव में जनता के समर्थन से एक नई सरकार बनाने की ओर अग्रसर है। पार्टी ने अपने घोषणापत्र के माध्यम से देश की विविध आवश्यकताओं और आकांक्षाओं को संबोधित किया है, जिसमें विशेष रूप से युवा, महिलाओं, किसानों, और श्रमिकों के प्रति समर्थन और न्याय की बात कही गई है। इसे चुनावी वादों के एक नए दौर के रूप में देखा जा रहा है, जो न केवल राजनीतिक वादे हैं बल्कि देश के विकास और प्रगति की दिशा में एक मजबूत कदम भी हैं।