हैदराबाद: विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने वारंगल लोकसभा सीट से कादियम काव्या को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। काव्या, तेलंगाना के पूर्व उपमुख्यमंत्री कादियम श्रीहरि की बेटी हैं, जिन्होंने हाल ही में कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति में नई उड़ान भरी है।
काव्या की कठिन चुनावी दौड़
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) ने सोमवार रात काव्या के नाम की घोषणा की। काव्या और उनके पिता श्रीहरि, जो वर्तमान में BRS के विधायक हैं, ने रविवार को आधिकारिक रूप से कांग्रेस में प्रवेश किया। इस कार्यक्रम में चीफ मिनिस्टर और राज्य कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी भी उपस्थित थे।
काव्या का चुनाव मैदान में उतरना न सिर्फ पार्टी के लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक नई शुरुआत का संकेत है। वे राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए नई पीढ़ी के लिए एक मिसाल पेश करने का इरादा रखती हैं।
वारंगल से उम्मीदवारी की घोषणा करते समय, कांग्रेस ने विश्वास जताया कि काव्या न केवल युवा मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करेंगी, बल्कि वे राज्य की राजनीति में भी एक नया आयाम जोड़ेंगी।
कांग्रेस के इस कदम को तेलंगाना में अपनी जड़ें मजबूत करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी को उम्मीद है कि काव्या की उम्मीदवारी से न केवल युवा वर्ग बल्कि महिला मतदाताओं को भी संदेश जाएगा।
काव्या ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा, “मेरा उद्देश्य वारंगल के विकास और प्रगति में योगदान देना है। मैं युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए काम करूंगी।” उनका मानना है कि राजनीति में युवा और महिलाओं की अधिक भागीदारी से समाज में सकारात्मक परिवर्तन आएगा।
वारंगल की लोकसभा सीट पर चुनावी मुकाबला इस बार कई मायनों में अहम माना जा रहा है। काव्या के रूप में कांग्रेस ने नए चेहरे को मौका दिया है, जिससे राजनीतिक परिदृश्य में ताजा हवा के झोंके की उम्मीद की जा रही है।
अंततः, कादियम काव्या की उम्मीदवारी तेलंगाना की राजनीति में एक नए युग का संकेत है। यह युवा और महिला नेतृत्व की शक्ति को प्रदर्शित करने का एक अवसर है, जिसे राज्य और देश की जनता उत्सुकता से देख रही है।