जयपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जयपुर में एक चुनावी रैली के दौरान कांग्रेस पर करारा प्रहार किया। मोदी का कहना है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह लोगों की दौलत को मुसलमानों में बांटने का काम करेगी, जिसे उन्होंने मुस्लिम समुदाय को देश की संपत्ति पर पहला अधिकार बताने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की टिप्पणियों से जोड़ा।
कांग्रेस की संपत्ति नीति
मोदी ने आगे बताया कि कांग्रेस की नीतियां लोगों की व्यक्तिगत संपत्ति को भी प्रभावित करेंगी। उनके अनुसार, कांग्रेस का मानना है कि देश की संपत्ति पर मुस्लिम समुदाय का पहला हक है, जिसका उल्लेख उनके घोषणापत्र में भी किया गया है। मोदी ने कहा कि यह नीति न केवल आर्थिक असमानता को बढ़ावा देगी बल्कि देश के सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करेगी।
“यह शहरी-नक्सली मानसिकता है जो आपकी व्यक्तिगत संपत्ति को भी नहीं छोड़ेगी। यहां तक कि आपके ‘मंगलसूत्र’ को भी निशाना बनाया जा सकता है,” मोदी ने जोड़ा। उन्होंने कांग्रेस पर लोगों के निजी जीवन में हस्तक्षेप करने और उनकी संपत्तियों को अन्यायपूर्ण तरीके से बांटने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इस तरह की नीतियां देश के विकास को रोकेंगी और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को कमजोर करेंगी। उन्होंने जनता से ऐसी नीतियों के खिलाफ सचेत रहने और वोट के माध्यम से सही निर्णय लेने का आह्वान किया।
मोदी के इन आरोपों का कांग्रेस की ओर से कोई स्पष्टीकरण अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बयानबाजी आगामी चुनावों के मद्देनजर वोटरों को प्रभावित करने का एक प्रयास है। इस बीच, जनता की प्रतिक्रियाएं मिश्रित रही हैं, कुछ लोग मोदी के विचारों का समर्थन करते हैं तो कुछ इसे राजनीतिक स्टंट के रूप में देख रहे हैं।
इस विवाद के बीच यह स्पष्ट होता जा रहा है कि आगामी चुनावों में मुख्य मुद्दे क्या होंगे। जनता का ध्यान इन्हीं मुद्दों पर केंद्रित रहने की संभावना है, और यह चुनाव न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक परिवर्तनों का भी संकेत दे रहे हैं।