नई दिल्ली: देश की प्रगति और जन कल्याण के लिए सिविल सेवकों का योगदान अपरिमित है, यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल सेवा दिवस के अवसर पर कही। उन्होंने सिविल सेवकों को उनकी सेवा और कठिन परिश्रम के लिए सराहना की।
“सिविल सेवा दिवस पर सभी सिविल सेवकों को हार्दिक बधाई। आपकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत का देश हमेशा ऋणी रहेगा,” मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर लिखा।
सिविल सेवकों की प्रगति में भूमिका
प्रधानमंत्री ने आगे बताया कि सिविल सेवक सरकारी नीतियों को आगे बढ़ाने, सामाजिक बदलाव लाने और चुनौतियों का सामना करने में सबसे आगे हैं। उनकी सेवा और समर्पण देश की रीढ़ है।
“सिविल सेवक गवर्नेंस और जन कल्याण को आगे बढ़ाने में निभाते हैं एक महत्वपूर्ण भूमिका। वे नीतियों को लागू करने, चुनौतियों को पार करने और सामाजिक परिवर्तन की दिशा में अग्रणी हैं,” उन्होंने कहा।
सिविल सेवा दिवस न केवल सिविल सेवकों को सम्मानित करने का अवसर है, बल्कि यह उनकी उपलब्धियों और समर्पण को रेखांकित करने का भी एक महत्वपूर्ण क्षण है। सिविल सेवक भारतीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, विदेश सेवा सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं और उनका कार्य विविधतापूर्ण और चुनौतीपूर्ण होता है।
इस दिवस के माध्यम से, देश उन सिविल सेवकों का आभार व्यक्त करता है जिन्होंने अपने कर्तव्य को सर्वोपरि माना और देश की सेवा में अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया। यह दिन उनके लिए भी विशेष है जो अपने काम के प्रति समर्पित हैं और हर दिन देश के बेहतरी के लिए काम करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश सिविल सेवकों को प्रेरित करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए है, जिससे वे अपनी सेवाओं को और भी अधिक उत्साह और कुशलता के साथ देश हित में लगा सकें। सिविल सेवकों का योगदान अगर समझा जाए तो यह न केवल प्रशासनिक बल्कि सामाजिक परिवर्तन का भी माध्यम बनता है।
अंततः, यह दिवस उन सभी सिविल सेवकों के लिए उत्सव का क्षण है जिन्होंने अपने परिश्रम और समर्पण से देश की बेहतरी के लिए काम किया है। इस प्रकार, सिविल सेवा दिवस न केवल सम्मानित करने का अवसर है बल्कि यह भी एक याद दिलाता है कि सेवा और समर्पण का कोई विकल्प नहीं है।