जहानाबाद (किरण): बिहार से एक बड़ी खबर सामने आई है। पटना-गया रेलखंड पर मंगलवार की देर रात मखदुमपुर और बेला स्टेशन के बीच नेयामतपुर हाल्ट के समीप पटरी पर बड़ा पत्थर रखकर इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश विफल हो गई। ट्रेन के लोको पायलट की समय रहते पत्थर पर नजर पड़ गई और उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचा लिया। जीआरपी (राजकीय रेल पुलिस) थाना प्रभारी दीपनारायण यादव ने बताया कि किसी असामाजिक तत्व ने पटरी पर पत्थर रख दिया था।
इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बाद इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन के लोको पायलट ने इसकी सूचना जीआरपी थाना को दी। पुलिस मौके पर पर पहुंची और पटरी से पत्थर हटाकर ट्रेन को प्रस्थान कराया। इस कारण ट्रेन 20 मिनट खड़ी रही। अब जीआरपी अज्ञात पर प्राथमिकी कर पटरी पर पत्थर रखने वाले बदमाशों की पहचान करने में जुट गई है। बता दें कि इन दिनों देश में ट्रेन पलटाने की साजिश काफी बढ़ गई है। एक दिन पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर और उत्तर प्रदेश के रायबरेली में ट्रेन पलटाने का एक बड़ा षड्यंत्र सामने आया।
ग्वालियर में बिरला नगर स्टेशन के पास तीसरी लाइन की पटरियों पर लोहे की मोटी छड़ें तारों से बांधकर रखी गईं। लोको पायलट की सूझबूझ से मालगाड़ी को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका गया और हादसा टल गया। पुलिस ने छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। यूपी में कई बार इस तरह की हरकत देखी गई है। हाल ही में झांसी-भोपाल रेल रूट पर ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई थी।दैलवारा-ललितपुर के बीच ट्रैक पर असामाजिक तत्वों ने 6 फीट का सरिया रख दिया था। पाताल कोट एक्सप्रेस जब वहां से गुजरी तो सरिया इंजन में फंस गया। ऐसा होने के बाद चिंगारियां निकलने लगी।
इस बारे में गेटमैन ने ट्रेन के लोको पायलट को तुरंत सूचना दी। इसके बाद लोको पायलट ने सूझबूझ से काम लिया। उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। यह घटना रेल यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने वाली है। हालांकि, पुलिस इस तरह की साजिश को लेकर काफी अलर्ट है। वह असामाजिक तत्वों की तलाश तेज कर दी है।
1 5 अक्टूबर: झांसी-भोपाल रेल लाइन पर सरिया रखा गया।
2 30 सितंबर: कानपुर में अग्निशामक सिलिंडर मिला।
3 29 सितंबर: महोबा में पिलर रखकर पैसेंजर ट्रेन को पलटाने का प्रयास हुआ।
4 22 सितंबर: कानपुर में महाराजपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास एलपीजी सिलिंडर और बीयर कैन रखे मिले।
5 17 अगस्त: कानपुर के भीमसेन में पटरी पर रखे पत्थर के टकराने से साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे बेपटरी हो गए।