देवरिया (राघव): महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज की नवीन ओपीडी के दो मंजिले भवन से सनकी पिता ने दोनों हाथ पकड़ कर पांच वर्षीय पुत्र को पहले लटकाया। फिर कुछ देर बाद उसे छोड़ दिया। बच्चे के चीखने की आवाज सुनकर नीचे खड़े युवकों ने बच्चे को गोद में रोक लिया। जिससे बच्चे की जान बच गई। यह घटना रविवार की भोर करीब चार बजे की है। वार्ड में पहुंचकर युवकों ने सनकी पिता की पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। बच्चे को मेडिकल कालेज की इमरजेंसी में उपचार के बाद डाक्टरों ने वार्ड में भेज दिया। गौरीबाजार के सोपरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले विनय प्रसाद ने कुछ दिन पूर्व अपने पुत्र लक्की की पिटाई कर दी। जिससे उसके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आई। उसकी मां अंजू देवी ने मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग में दिखाया ताे डाक्टर ने आपरेशन करने को कहा। चार सितंबर को बच्चे का मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग में आपरेशन किया गया।
वह नवीन ओपीडी के सर्जरी विभाग में बेड संख्या 24 पर भर्ती है। भोर में बेड पर लक्की के बगल में उसकी मां अंजू देवी सोई थी। ऐसे में पिता अचानक उठा बच्चे को गोद में लेकर वार्ड में खुली खिड़की पर चढ़ गया और अचानक बच्चे का पैर पकड़कर नीचे लटका दिया। वार्ड के लोग और बच्चे की मां पास पहुंचकर बच्चे को छोड़ देने और नीचे उतर आने के लिए अनुनय विनय करने लगे। शोर सुनकर एमसीएच विंग के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती रोगी के स्वजन ट्यूबवेल कालोनी के रहने वाले दुर्गेश सैनी अपने साथियों के साथ नीचे खड़े हो गए। करीब 30 मिनट तक मान मनौव्वल के बाद भी सनकी पिता नहीं माना और बच्चे को नीचे छोड़ दिया। जैसे ही बच्चा नीचे आया, दुर्गेश ने बच्चे को हाथों से गोद में ले लिया।
बेहोशी की हालत में बच्चे को इमरजेंसी ले जाकर उपचार कराया गया। वार्ड में पहुंचकर लोगों ने सनकी पिता की पिटाई की और पुलिस चौकी के सिपाहियों को सौंपा दिया। पुलिस ने सुबह बिना कार्रवाई के आरोपित पिता को छोड़ दिया। सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिलीप सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी नहीं है। मैं पता कराता हूं।