पटियाला(हरमीत): पंजाब में शैलरों ने नई फसल को गोदामों में रखना बंद कर दिया है। शैलर मालिकों का कहना है कि सरकार उनकी समस्याओं को समझने की बजाय अपने आदेश थोपने की कोशिश कर रही है। ऐसे में पांच हजार से ज्यादा शेलर मालिकों ने सरकार की ओर से होने वाली बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।
राइस मिलर्स एसोसिएशन पंजाब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत प्रकाश गोयल ने कहा कि पंजाब सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है और सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है। इसके चलते वे 27 को होने वाली बैठक का बहिष्कार करेंगे। गोयल ने कहा कि एसोसिएशन से जुड़े सदस्य बाजरे की नई फसल का भंडारण अपने गोदामों में नहीं करेंगे।
सत प्रकाश गोयल ने कहा कि हालांकि उन्होंने अपनी मांगों के बारे में कई बार पंजाब सरकार से बात करने की कोशिश की है, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनकी बात नहीं सुनी, जिसके कारण पंजाब के कई शेल मालिक कर्ज में डूब रहे हैं करोड़ों रुपये। गोयल ने कहा कि सरकार ने शैलर मालिकों की पिछले 5 साल से 20 से 25 लाख रुपये की राशि दबा रखी है, जिसे लेकर वे लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं, लेकिन संबंधित अधिकारी ऐसा नहीं कर रहे हैं। शैलर मालिकों को पैसा जारी नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शैलर मालिकों के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है, जिसके आधार पर वे पैसों के लेनदेन के लिए बैंक से लिमिट लेते थे, लेकिन कुछ दिन पहले सरकार ने उनकी लिमिट भी कम कर दी है। उन्हें अपना व्यवसाय करने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।