धौलपुर शहर में हाल ही में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए उन साइबर अपराधियों का भंडाफोड़ किया है, जिन्होंने न केवल सामाजिक माध्यमों पर नकली पहचान बनाकर अनेक लोगों को अपने जाल में फंसाया, बल्कि सरकारी वेबसाइटों को हैक करके आर्थिक धोखाधड़ी भी की।
साइबर गैंग का पर्दाफाश
राजस्थान के धौलपुर में सक्रिय इस साइबर गैंग ने लड़कियों की फेक आईडी का उपयोग करते हुए सोशल मीडिया पर युवकों को फंसाने का काम किया। गैंग की यह ठगी सिर्फ सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं थी; उन्होंने सरकारी वेबसाइटों को हैक करके पेंशनभोगियों के खातों से बड़ी राशियाँ उड़ा ली थी।
इस अभियान के दौरान, पुलिस ने आरोपियों के पास से विभिन्न प्रकार के दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड, लैपटॉप, मोबाइल फोन, चेक बुक, पासपोर्ट, बैंक पासबुक और डेबिट कार्ड सहित वाहन भी बरामद किए हैं। इस गिरफ्तारी ने साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण सफलता का संकेत दिया है।
धौलपुर पुलिस की इस कार्रवाई में खास बात यह थी कि उन्होंने मनिया थाने के एसएचओ देवेश कुमार के नेतृत्व में, एक ई-मित्र संचालक की दुकान पर छापेमारी कर साइबर ठगी के लिए इस्तेमाल होने वाले सामानों को जब्त किया।
इस घटना ने न केवल उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और धौलपुर के रहने वाले आरोपियों को बेनकाब किया, बल्कि साइबर सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। पुलिस अब इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों और उनकी वारदातों की जांच में जुटी हुई है।
धौलपुर सिटी पुलिस उप अधीक्षक तपेंद्र मीणा के अनुसार, इस तरह की कार्रवाइयां साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में एक उदाहरण पेश करती हैं और समाज को इस तरह के अपराधों के प्रति सचेत करती हैं। इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से साबित किया है कि विधि व्यवस्था के प्रहरी हमेशा अपराध और अपराधियों के खिलाफ सतर्क और सक्रिय हैं।