शिमला (राघव): हिमाचल में बादल फटने की तबाही पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बचाव और राहत कार्य जोरों पर चल रहा है। मैं उस स्थान का दौरा करने जा रहा हूं जहां से सबसे ज्यादा लोग लापता हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि अगर धूप निकलेगी तो बचाव अभियान को और अधिक तेजी से चलाया जा सकता है। शवों को तभी निकाल सकते हैं जब सूरज की रोशनी निकले। अभी लगभग 49 लोग लापता हैं। चार शव बरामद हुए हैं। हमारा उद्देश्य फंसे हुए लोगों को बचाना और बरामद करना है। मलबे में फंसे हुए शवों को निकालना है।
उन्होंने पर्यटकों से अनुरोध करते हुए कहा कि वे झरनों और नदियों के पास न जाएं। हिमाचल प्रदेश में पार्वती नदी पर बना मलाणा बांध टूट गया है। जिससे क्षेत्र में घर, मंदिर और फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में मंडी, कुल्लू और शिमला में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। राज्य मंत्री राजेश धर्माणी ने जानकारी देते हुए कहा कि 4 लोगों की मौत हुई है और 49 लोग अभी भी लापता हैं। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने की कोशिश की, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका। कुल्लू, शिमला और मंडी जिले आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य मंत्री जगत सिंह नेगी घटनास्थल पर हैं। सेना और एनडीआरएफ के जवान सक्रिय रूप से बचाव और खोज अभियान चला रहे हैं।