नई दिल्ली (राघव): घरेलू इक्विटी बाजारों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) के निवेश में उतार-चढ़ाव रहा है और अंत में एफपीआई शुद्ध खरीदार बनकर उभरे हैं। नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) के डाटा के अनुसार, अगस्त में एफपीआई ने 7,320 करोड़ रुपये का शुद्ध रूप से निवेश किया है। यह बीते तीन महीनों में सबसे कम निवेश है। FPI ने जुलाई में 32,365 करोड़ रुपये और जून में 26,565 करोड़ रुपये का शुद्ध रूप से निवेश किया था।
वाटरफील्ड एडवाइजर्स के विपुल भोवार का कहना है कि सितंबर में एफपीआई का निवेश जारी रह सकता है। हालांकि निवेश का आकार घरेलू राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक संकेतकों, वैश्विक स्तर पर ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव, बाजार मूल्यांकन, क्षेत्रीय प्राथमिकताएं और ऋण बाजार के आकर्षण पर निर्भर करेगा। दूसरी ओर, डेट बाजारों में अगस्त के दौरान एफपीआइ निवेश 17,960 करोड़ रुपये रहा है। इसके साथ कैलेंडर वर्ष 2024 में डेट बाजारों में कुल एफपीआइ निवेश 1,08,948 करोड़ रुपये हो गया है। इक्विटी में कुल एफपीआइ निवेश 42,886 करोड़ रुपये हो गया है।
बीते सप्ताह बीएसई में सूचीबद्ध शीर्ष-10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण 1.53 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान भारती एयरटेल के पूंजीकरण में सबसे ज्यादा 47,194 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। इसके अलावा इन्फोसिस, टीसीएस, आइसीआइसीआइ बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, एलआइसी और एसबीआइ का पूंजीकरण भी बढ़ा है। दूसरी ओर, एचयूएल और आइटीसी का पूंजीकरण घटा है।