नई दिल्ली (राघव): दिल्ली में सत्ता गंवाने वाली आप सरकार को निगम में भी एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। चुनाव से पहले करीब आठ पार्षदों ने आम आमदी पार्टी छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था, अब नतीजों के बाद आप पार्षदों का टूटना जारी हो गया है। साथ ही भाजपा के संपर्क में करीब 20 पार्षद हैं।
इसी बीच केजरीवाल से सपने में डांट खाने की बात कर पहले आप से भाजपा में और फिर भाजपा से आप में जाने वाले शाहबाद डेयरी से पार्षद रामचंद्र एक बार फिर भाजपाई हो गए हैं। भाजपा में आने के बाद उन्होंने केजरीवाल को सपने में झूठा आश्वासन देने वाला नेता करार दिया है। आप पार्षद रामचंद्र बवाना से आम आदमी पार्टी के विधायक भी रह चुके हैं। रामचंद्र ने भाजपा छोड़ने के बाद कहा था कि उन्हें अपने गलत निर्णय का अहसास हुआ, तो उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह समेत आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलकर दोबारा अपने परिवार में वापसी की इच्छा जताई। इसके बाद आप नेताओं ने रामचंद्र को उनके समर्थकों के साथ दोबारा पार्टी में शामिल कर लिया था।