दिल्ली शराब घोटाले के मामले में नए खुलासे के साथ राजनीति के गलियारों में हलचल मची हुई है। पहली बार पंजाब और गोवा का जिक्र करते हुए, इस मामले ने एक नई करवट ली है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस संदर्भ में ईडी द्वारा रिमांड पर लिया गया है, जिससे जुड़े विवरण से राजनीतिक चर्चाओं को नई दिशा मिली है।
गोवा और पंजाब कनेक्शन
कोर्ट ने गुरुवार को ईडी की 5 दिन की रिमांड मांग को मंजूरी दे दी, जिसमें केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर कई सवाल उठाए गए थे। ईडी ने अपने अनुरोध में 7 दिनों की रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 5 दिनों की रिमांड को स्वीकार किया। इस दौरान, केजरीवाल और ईडी दोनों ने अपनी मजबूत दलीलें पेश कीं।
ईडी द्वारा कोर्ट में पेश की गई रिमांड कॉपी में पंजाब और गोवा से इस मामले के संबंध का जिक्र किया गया है, जो इस घोटाले के नए पहलू को उजागर करता है। ईडी का कहना है कि केजरीवाल से पूछताछ अभी बाकी है, और इस दौरान गोवा और पंजाब से जुड़े तथ्यों की जांच की जाएगी।
आरोप और प्रत्यारोप
दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी ने न केवल राजनीतिक चर्चाओं को गर्माया है बल्कि इसने अन्य राज्यों के संभावित संबंधों को भी प्रकाश में लाया है। ईडी ने कोर्ट में पेश की गई रिमांड कॉपी में उल्लेख किया है कि केजरीवाल के बयानों के अलावा, मनीष सिसोदिया के पूर्व सचिव सी अरविंद के बयान भी दर्ज किए गए हैं। ये बयान इस मामले के विभिन्न पहलुओं को सामने लाते हैं।
इस पूरे प्रकरण में, केजरीवाल की गिरफ्तारी और रिमांड के दौरान उनसे की गई पूछताछ ने नई जानकारियाँ प्रस्तुत की हैं, जिनसे इस मामले के विस्तारित होने की संभावना जताई जा रही है। गोवा और पंजाब से इसके संबंधों का जिक्र नए आयामों को उजागर करता है, जिससे इस मामले की जांच में नए मोड़ आ सकते हैं।