नई दिल्ली (नेहा): नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद दिल्ली पुलिस ने कई बड़े फैसले लिए हैं। इस बीच, रेलवे स्टेशन पर भीड़ कम करने के लिए दिल्ली पुलिस ने नियमों में कई बदलाव किए हैं। साथ ही, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, ताकि फिर कोई अप्रिय घटना या दुर्घटना न हो। रेलवे द्वारा गठित जांच समिति के सदस्य उत्तर रेलवे के प्रिंसिपल चीफ कमर्शियल मैनेजर नरसिंह देव ने बताया, ‘जांच शुरू हो गई है। हम सभी सबूतों को समझने की कोशिश कर रहे हैं। हमने सीसीटीवी फुटेज भी देखी है, उस समय की स्थिति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लिए जाएंगे। सभी तरह के सबूतों की जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी।’ डीसीपी रेलवे केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि सभी स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। बाहर पुलिस पिकेट लगाई गई है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई घटना के बाद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन ने बांस की बल्लियां बांधकर यात्रियों को कतार में खड़ा किया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है। दिल्ली पुलिस ने भीड़ प्रबंधन बढ़ाने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (NDLS) पर छह इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को तैनात किया है। ये अधिकारी पहले भी इसी तरह का काम कर चुके हैं। इनमें से कई अधिकारी पहले स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) के तौर पर काम कर चुके हैं। रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात हुई भगदड़ के बाद सुरक्षा कारणों से अगले कुछ दिनों तक प्लेटफॉर्म टिकट नहीं बेचे जाएंगे। रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 26 फरवरी तक प्लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री बंद रखने का ऐलान किया है। जैसे अन्य त्योहारों के दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर टेंट लगा हुआ वेटिंग हॉल बनाया जाता है। इसी तरह, जिन लोगों की ट्रेन लेट है या जो समय से पहले पहुंच गए हैं, उनके लिए भी यह व्यवस्था की गई है। फिर आरपीएफ यात्रियों को कतार में अंदर जाने की अनुमति दे रही है।
रेलवे स्टेशन के अंदर सभी प्लेटफॉर्म पर सभी यात्रियों को पहले कतार में खड़ा किया जा रहा है। इसके लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है। वहीं, बिहार-झारखंड जाने वाले यात्रियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि शनिवार रात स्टेशन पर मची भगदड़ में पांच बच्चों समेत कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में सवार होने के लिए यात्रियों की अचानक भीड़ उमड़ने के कारण यह हादसा हुआ। यह घटना प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 को जोड़ने वाले फुट-ओवरब्रिज पर हुई, जहां उतरते समय कुछ यात्री फिसल गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई और यह जानलेवा हादसा हो गया। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जांच के आदेश दिए हैं और खामियों की जांच के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।