अमृतसर (राघव): लोकसभा चुनाव में 13-0 का दावा करने वाली मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी पंजाब में 3 सीटों पर सिमट गई है। इसके पीछे की वजहों में जानकारों का मानना है कि आम आदमी पार्टी के मंत्री स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रहे हैं। लेकिन अब आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने ही पंजाब में बड़ी हार के लिए पार्टी को आईना दिखाया है। अमृतसर सेंट्रल से विधायक डॉ. अजय गुप्ता ने अपनी ही पार्टी की राज्य सरकार को बड़े सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
गुप्ता ने कहा, ”एक प्रतिशत भी बदलाव नहीं हुआ है, नशा बंद नहीं हुआ है, असल में पंजाब के अंदर नशा 23 गुना बढ़ गया है,लोग आकर बताते हैं कि डॉक्टर साब ने नशा बंद कहीं नहीं हुआ, उन्होंने आगे कहा, ”पंजाब में भ्रष्टाचार की बात करें तो भ्रष्टाचार-भ्रष्टाचार करते हैं, बताओ कौन सा भ्रष्टाचार रोका।
आम आदमी पार्टी के विधायक ने दावा किया कि मेरा एक दोस्त बिजनेसमैन है, जिससे काम कराने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई थी, जब विधायक को दोबारा फोन किया गया तो रिश्वत की कीमत बढ़कर पांच लाख रुपये हो गई. उन्होंने मंच पर बैठे कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल से सीधे तौर पर कहा कि आप बदलाव का आह्वान करके सत्ता में आए हैं, लेकिन यह बताएं कि क्या बदलाव आया है, क्या यह बदलाव सरकार की ओर से आया है, यह कैसा बदलाव है, यह कोई बदलाव नहीं है ।