मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश): इस रविवार को मुजफ्फरनगर के ताल्दा गांव में एक निर्माणाधीन भवन की छत के ढहने से एक मजदूर की जान चली गई और दर्जन भर से अधिक मजदूर घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि घटना के समय भवन के अंदर लगभग 25 मजदूर काम कर रहे थे।
मलबे में दबे आसार
जिला मजिस्ट्रेट अरविंद मलप्पा बंगारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि एक मजदूर के मलबे में फंसे होने की आशंका है और उसे बचाने के लिए प्रयास जारी हैं।
यह दुर्घटना जनसठ पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ताल्दा गांव में हुई। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल पर आपातकालीन सेवाओं की त्वरित प्रतिक्रिया टीम और स्थानीय निवासी तुरंत मौके पर पहुँचे और बचाव कार्य में जुट गए।
इस हादसे के तुरंत बाद, घायल हुए मजदूरों को नजदीकी अस्पताल में ले जाया गया, जहाँ उन्हें आवश्यक चिकित्सा प्रदान की गई। वहीं, गंभीर रूप से घायलों को उच्चतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए अन्य स्थानों पर भेजा गया।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि निर्माणाधीन भवन की छत निर्माण के दौरान प्रयुक्त सामग्री की गुणवत्ता में कमी के कारण ढह गई। इस बाबत पुलिस ने भवन निर्माता और संबंधित ठेकेदार के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय प्रशासन ने इस घटना के बाद सभी निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की घोषणा की है और सख्त नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
इस दुखद घटना ने निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानदंडों की अनिवार्यता को फिर से रेखांकित किया है और समुदाय के बीच निर्माण क्षेत्र में सुरक्षा प्रथाओं को मजबूती प्रदान करने की चर्चा को जन्म दिया है।