सोनभद्र (नेहा):महज चार माह की किस्त बकाया होने पर फाइनेंस कंपनी के एजेंट ने इंटर की छात्रा की स्कूटी जब्त कर ली। इससे व्यथित छात्रा ने घर में गुरुवार को दोपहर बाद पंखे से फांसी लगा ली। घटना की जानकारी ग्राम प्रधान ने कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दुद्धी थाना प्रभारी मनोज सिंह ने बताया कि स्वजन की ओर से दी गई तहरीर में स्कूटी जब्त होने की जानकारी नहीं दी गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी। स्वजन के अनुसार फाइनेंस कंपनी की ओर से किस्त से जुड़ा सिर्फ एक नोटिस मिला था।
दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के निमियाडीह गांव निवासी मुबारक अली ने अपनी पुत्री रईसा के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी फाइनेंस कराया था। 24 माह की किस्त पर ली गई स्कूटी का तीन हजार रुपये प्रति माह भुगतान करना था। 20 माह का भुगतान किया जा चुका था। 29 अगस्त को मुबारक अली को पाक्सो एक्ट में दोषी पाए जाने पर विशेष अदालत ने जेल भेज दिया। स्वजन ने बताया कि इस घटना से व्यथित रहने वाली रईसा दो दिन पूर्व स्कूटी लेकर विद्यालय आई थी। इस बीच स्कूटी फाइनेंस करने वाली कंपनी के कर्मचारी ने किस्त जमा न होने के कारण उसकी स्कूटी को बीच बाजार में जब्त कर लिया।
इस घटना ने उसे और व्यथित कर दिया। स्वजन ने बताया कि वह चुपचाप अपने कमरे में पड़ी रही। इसी बीच रईसा गुरुवार को ढाई बजे के आसपास अपने दुपट्टे को फंदा बनाकर पंखे से झूल गई। जब तक घर में मौजूद अन्य लोगों को इसकी भनक लगती उसकी मौत हो चुकी थी।रईसा के चाचा मुजलिस अंसारी ने बताया कि किस्त पर ली गई स्कूटी जब्त होने से रईसा गुमसुम रहती थी। गुरुवार को उसने आत्मघाती कदम उठा लिया। घटना के वक्त घर में सिर्फ मां व बेटी मौजूद थी। रईसा का एक भाई भी है। वह बाहर रहकर कुछ काम करता है।