चैनपुर (राघव): कैमूर के सिकंदरपुर गांव में आपत्तिजनक नारा लगाने पर एक ही समुदाय के दो पक्षों के बीच उत्पन्न हुए विवाद के बाद ताबड़तोड़ लगभग 50 राउंड गोली चल गई। जिसमें इंटर के एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दो लोग गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हैं। इस घटना के बाद गांव में स्थिति तनावपूर्ण है। तनाव के बाद भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। मृतक ग्राम सिकंदरपुर फुलवरिया टोला वार्ड छह निवासी इलियास शाह का 24 वर्षीय पुत्र अनीश शाह बताया जाता है। जबकि गोली लगने से घायलों में उसी मोहल्ले के निवासी स्व. अतिउल्लाह शाह के 60 वर्षीय पुत्र मेहराब शाह एवं स्व. बंशी प्रजापति के 70 वर्षीय पुत्र मूसा प्रजापति शामिल हैं। दोनों घायलों को सदर अस्पताल से वाराणसी रेफर कर दिया गया है। वहीं दूसरे पक्ष के बेलाल खान भी मारपीट में घायल हुए हैं। जिनका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक मृतक अनीश के पक्ष के लोगों के द्वारा प्रत्येक वर्ष मोहर्रम में ताजिया बैठाने का कार्य किया जाता है। इस वर्ष भी मोहर्रम में ताजिया बैठाने की स्वीकृति भभुआ अनुमंडल कार्यालय से मिली थी। मोहर्रम माह की नवमी तारीख को रात में आयोजित जुलूस के दौरान दूसरे पक्ष के लोगों के द्वारा आपत्तिजनक नारा लगाया जा रहा था। जिसपर प्रथम पक्ष के लोगों के द्वारा विरोध किया गया और कहा गया कि ताजिया बैठाने के लिए सभी कागजात प्रथम पक्ष के लोगों का जमा है और इस तरह से आपत्तिजनक नारा लगाने पर अगर कोई घटना होती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।इसके बाद वहां इस बात को लेकर झगड़ा भी हुआ और मारपीट भी हुई। किसी तरह मामला सुलझा। इसके बाद शुक्रवार की रात 8:30 बजे के करीब उसी रंजिश को लेकर दोबारा मारपीट हुई और गोली चल गई।
मृतक के पिता इलियास शाह के मुताबिक उनका पुत्र अनीश मस्जिद के समीप एक फोटो स्टेट की दुकान पर शुक्रवार की रात 8:30 बजे के करीब फोटो स्टेट कराने के लिए गया था। जहां दूसरे पक्ष के लोगों के द्वारा गाली-गलौज और मारपीट की जाने लगी। जब मारपीट की सूचना उनलोगों को मिली और वे लोग पहुंचे। जहां मारपीट में बेलाल खान घायल हो गया और वहीं अफवाह उड़ गई कि बेलाल खान की जान चली गई। इसी बात पर दूसरे पक्ष के आधा दर्जन लोगों के द्वारा गोलीबारी की जाने लगी। जिसमें अनीश शाह को आठ गोली लग गई।
जबकि, मेहराब साहब को चार व मूसा प्रजापति को दो गोली लगी है। इसमें मूसा प्रजापति का इस मारपीट से कोई लेना-देना नहीं था। जहां गोली चल रही थी वहीं इनका घर था और ये घर के पास ही चारपाई पर बैठे थे। इसी दौरान उनको भी गोली लग गई। मृतक के पिता के मुताबिक मुखिया पति जंहादार खान एवं उनके भाई सरदार खान के द्वारा ही मारपीट के दौरान बंदूक देते हुए ललकारा गया था। इसके बाद यह घटना हुई।