कैलिफोर्निया (राघव): दुनिया भर में HMPV (ह्यूमन मेटाप्नोइरोवायरस) के चलते डर का माहौल है वहीं अमेरिका से बर्ड फ्लू से जुड़ी पहली मौत की खबर आई है। यह मामला लुइसियाना में सामने आया जहां 65 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई। मरीज पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा था और सांस की समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती था। मरीज को बर्ड फ्लू उनके घर के पीछे पाले गए पक्षियों के संपर्क में आने से हुआ। लुइसियाना के स्वास्थ्य विभाग ने इसे बर्ड फ्लू से अमेरिका में पहली मौत बताया है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार अमेरिका में अब तक बर्ड फ्लू के कुल 66 मामले सामने आ चुके हैं। ये सभी लोग जानवरों के संपर्क में थे।
H5N1 यानी एवियन इन्फ्लूएंजा अब सिर्फ पक्षियों तक सीमित नहीं है। यह इंसानों और जानवरों को भी संक्रमित कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने इसे आम लोगों के लिए कम खतरनाक बताया है लेकिन जो लोग पक्षियों, मुर्गियों या अन्य जानवरों के साथ काम करते हैं उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी गई है। H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का एक प्रकार है जो मुख्य रूप से पोल्ट्री में फैलता है और गंभीर बीमारी का कारण बनता है। यह इंसानों और जानवरों में भी संक्रमण फैला सकता है। CDC का कहना है कि वायरस जब खुद में बदलाव करता है तो इसे म्यूटेशन कहा जाता है। यह प्रक्रिया वायरस को और ताकतवर बना देती है। अमेरिका के मरीज में बर्ड फ्लू के वायरस का ऐसा स्ट्रेन पाया गया है जो दुर्लभ है। हालांकि यह स्ट्रेन अन्य देशों में भी गंभीर मामलों में देखा गया है।