न्यूयॉर्क (अप्सरा): अमेरिका रेटिंग एजेंसी Fitch ने चीन की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग का आउटलुक स्थिर से निगेटिव कर दिया है। इसका कारण चीन की सार्वजनिक वित्तीय स्थिति पर बढ़ते जोखिम और रियल एस्टेट सेक्टर पर निर्भर आर्थिक विकास से हटने की रणनीति को बताया गया है।
Fitch की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के लिए आर्थिक संभावनाएं अनिश्चित बनी हुई हैं। देश “प्रॉपर्टी-आधारित” विकास मॉडल को छोड़कर ज्यादा टिकाऊ माने जाने वाले विकास की ओर बढ़ रहा है। इस बदलाव के बीच देश के सार्वजनिक वित्त की स्थिति पर जोखिम बढ़ रहे हैं। Fitch ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हाल के वर्षों में व्यापक राजकोषीय घाटे और बढ़ते सरकारी ऋण ने वित्तीय बचत को कमजोर कर दिया है। उनका मानना है कि आने वाले वर्षों में आर्थिक विकास को गति देने के लिए राजकोषीय नीतियां महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जिससे कर्ज लगातार बढ़ सकता है।
Fitch ने कहा कि चीन में आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए सरकारी खर्च बढ़ाया जा रहा है और अनुमान है कि चीन का केंद्रीय और स्थानीय सरकार का कुल कर्ज़ 2024 में बढ़कर जीडीपी का 61.3% हो जाएगा। यह 2023 के 56.1% से ज़्यादा है। 2019 में ये कर्ज़ जीडीपी का 38.5% था। बता दें कि चीन में पिछले कुछ समय से संपत्ति बाज़ार में मंदी है। इससे कर्ज़ से दबे स्थानीय सरकारों की आमदनी कम हो गई है। कई शहरों में कर्ज़ का बोझ अब संभालना मुश्किल हो गया है।
Fitch का यह भी अनुमान है कि चीन का सरकारी घाटा 2024 में बढ़कर जीडीपी का 7.1% हो जाएगा। यह 2023 के 5.8% से ज़्यादा है। वहीं Fitch ने हालांकि रेटिंग घटा दी है, लेकिन अभी भी चीन को ‘A+’ की रेटिंग दी है। यह तीसरे नंबर की सबसे ऊंची रेटिंग है। वहीं दूसरी बड़ी रेटिंग एजेंसी S&P और मूडीज़ भी चीन को A+ और A1 की रेटिंग देती हैं।