कानपुर (नेहा): कानपुर में रविवार को एक दुखद घटना हुई, जब पांच साल के बच्चे की श्वांस नली में टाफी फंसने के कारण मौत हो गई। घटना रविवार शाम की है, जब जरौली फेस वन निवासी राहुल कश्यप का बेटा, जो कि एक सोफा कारीगर का पुत्र था, घर से पैसे लेकर परचून की दुकान पर गया और टाफी खरीद लाया। टाफी खाने के बाद उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी।
बच्चे ने इशारे से बताया कि गले में टाफी फंसी है, लेकिन जब घरवालों ने उसे पानी पिलाने की कोशिश की, तो टाफी गले से नीचे नहीं गई। परिवार ने तुरंत बच्चे को पहले एक निजी नर्सिंग होम और फिर पीपीएम अस्पताल लेकर गए, लेकिन दोनों जगह इलाज से मना कर दिया गया। अंत में, बच्चे को रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इस घटना के बाद, एसएंडएन श्रीफल कनफेक्शनरी के संचालक नीरज वाधवानी ने बताया कि जिस टाफी को बच्चे ने खाया था, वह वास्तव में एक जैली टाफी थी, जो पानी और पेक्टिन से बनी होती है और बच्चों के लिए सुरक्षित मानी जाती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस मामले में कानपुर के डिस्ट्रीब्यूटर से बात करने के बाद ही कुछ और जानकारी दी जाएगी। परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया और बच्चे का शव दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस दुखद घटना ने कानपुर में टाफी और बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़े सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल उठाए हैं।